इंदौर : कोविड के दौरान और कोविड से ठीक हो चुके मरीज़ों के लिए म्युकरमाइकोसिस या ब्लैक फंगस एक नई चुनौती बन कर सामने आया है। सांसद शंकर लालवानी ने इस मामले में केंद्र एवं राज्य सरकार को चिट्ठी लिखकर इस बीमारी की गंभीरता की ओर उनका ध्यान आकर्षित किया है।
लगातार बढ़ रहे ब्लैक फंगस के मरीज, दवाई की उपलब्धता हो सुनिश्चित।
सांसद शंकर लालवानी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, मध्यप्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान और ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया को लिखी चिट्ठी में ज़मीनी सच्चाई से अवगत करवाया है। सांसद लालवानी ने लिखा है कि इंदौर में ब्लैक फंगस के 200 से ज़्यादा मरीज हैं और इनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में फंगल इंफेक्शन की सबसे प्रभावी दवा एम्फोटेरिसिन बी बाजार से खत्म हो गई है। सांसद लालवानी ने दवा कंपनियों और स्टॉकिस्ट के साथ हुई बैठक का भी चिट्ठी में विस्तार से ज़िक्र करते हुए और इंदौर के लिए उपरोक्त दवाई की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की है।
इलाज के दौरान शुगर लेवल का खास ध्यान रखें डॉक्टर्स।
सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि उनकी ज़िला प्रशासन और डॉक्टर्स से इस बारे में बात हुई है। डॉक्टर्स को कोरोना के इलाज के दौरान मरीज के शुगर लेवल पर भी विशेष ध्यान देने की बात कही है। सांसद लालवानी ने कोविड से जंग जीत चुके लोगों को भी अपना शुगर लेवल लगातार चेक करने और उसे मेन्टेन रखने की अपील की है।
ब्लैक फंगस को लेकर गाइडलाइन जारी करें केंद्र सरकार।
सांसद शंकर लालवानी ने ब्लैक फंगस के इलाज के लिए विस्तृत गाइड लाइन जारी करने के लिए केंद्र सरकार से आग्रह किया है। सांसद लालवानी इस विषय को मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी के सामने भी उठा चुके हैं।
सांसद लालवानी ने ब्लैक फंगस को लेकर जल्दी ही जन जागरण अभियान शुरू करने की बात भी कही है।