इंदौर : गुरुवार को वर्ल्ड हेपेटाइटिस डे देश और दुनिया में मनाया गया। हेपेटाइटिस किसतरह की बीमारी है, शरीर के किस अंग से इसका वास्ता है। इसके लक्षण क्या हैं और उपचार को लेकर क्या स्थिति है..? इन सभी सवालों को लेकर हमने एमजीएम मेडिकल कॉलेज के एचओडी मेडिसिन डॉ. वीपी पांडे से चर्चा की।
लिवर से संबंधित है हेपेटाइटिस की बीमारी।
डॉ. वीपी पांडे ने बताया कि लिवर हमारे शरीर का सबसे बड़ा अंग है जो दूषित पदार्थों को शरीर से बाहर करता है। लिवर पाचन शक्ति को बनाए रखने में मदद करता है। कई तरह के विटामिन और मेटाबॉलिज्म बनाएं रखने का काम भी लिवर ही करता है। उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस डे मनाया ही इसलिए जाता है, ताकि हम आम जनता को इसके बारे बता सकें। डॉ. पांडे ने बताया कि हेपेटाइटिस लिवर से जुड़ी बीमारी है लिवर में खराबी आने से शरीर, आंखें और यूरिन में पीलापन आ जाता है, जिसे हम पीलिया कहते हैं। डॉ. पांडे ने स्पष्ट किया कि पीलिया की वजह कई बार खून में खराबी भी हो सकती है। ऐसे में यह तस्दीक करना जरूरी है कि पीलिया लिवर की कमजोरी के कारण है या नहीं। अगर व्यक्ति को भूख कम लगती है, थकान महसूस होती है, हल्का सा बुखार बना रहता है और शरीर में पीलापन दिखाई देने लगे तो यह लिवर की कमजोरी के लक्षण हैं।
बुखार के कारण भी होता है पीलिया।
डॉ. पांडे ने बताया कि मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड के कारण भी लिवर पर असर होता है और पीलिया की शिकायत बढ़ जाती है।
वायरस जनित है हेपेटाइटिस।
डॉ. पांडे के अनुसार हेपेटाइटिस ए, बी, सी, डी, ई वायरस के कारण होता है। इनमें हेपेटाइटिस बी और सी मुख्य तौर पर खून के जरिए फैलता है। ये दोनों वायरस गंभीर प्रकृति के होते है, जो लंबे समय में जानलेवा भी सिद्ध होते हैं।
हेपेटाइटिस पूरीतरह ठीक हो सकता है।
डॉ. पांडे के मुताबिक हेपेटाइटिस का कारगर उपचार उपलब्ध है। इसकी दवाइयां नियमित रूप से लेने से यह बीमारी पूरीतरह ठीक हो सकती है।
समुचित इलाज नहीं लेने पर डैमेज हो सकता है लिवर।
डॉ. पांडे ने बताया कि हेपेटाइटिस का समुचित इलाज नहीं करवाया जाए तो यह सिरोसिस में बदल सकता है,जिससे लिवर पूरीतरह डैमेज हो सकता है।
लिवर ठीक रहने पर डायबिटीज से बचाव हो सकता है।
डॉ. पांडे ने बताया कि लिवर की खराबी डायबिटीज का भी कारण बनती है, ऐसे में शरीर के इस महत्वपूर्ण अंग को बचाकर रखना बेहद जरूरी है।
हेपेटाइटिस का इलाज नि:शुल्क उपलब्ध है।
डॉ. पांडे ने बताया कि सरकारी स्तर पर हेपेटाइटिस को नियंत्रित करने हेतु कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। एमवायएच व अन्य सरकारी अस्पतालों में हेपेटाइटिस का इलाज नि:शुल्क उपलब्ध है। जो भी व्यक्ति इस बीमारी से ग्रसित हों, उन्हें जल्द से जल्द अपना इलाज करवाना चाहिए।
हेपेटाइटिस की वैक्सीन मौजूद है।
डॉ. पांडे ने बताया कि सभीतरह के हेपेटाइटिस की वैक्सीन मौजूद है। हेपेटाइटिस बी की वैक्सीन की तीन डोज निर्धारित अंतराल में लेने पर इससे जीवन भर के लिए निजात पाई जा सकती है। बच्चों और बड़ों दोनों के लिए यह वैक्सीन उपलब्ध है।