इंदौर : आमतौर पर अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर नौकरशाहों को सिर पर बैठाने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, अगले वर्ष होनेवाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए अपने आपको सिंघम के रूप में पेश कर रहे हैं। जनसुनवाई में आए एक दिव्यांग युवक के साथ पिटाई और कथित दुर्व्यवहार करने के मामले में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने एडीएम पवन जैन को तुरंत प्रभाव से हटाने के निर्देश दे दिए। उन्हें मंत्रालय भोपाल में पदस्थ किया गया है।
जनसुनवाई के दौरान हुई थी घटना।
बताया जाता है कि मंगलवार को एक दिव्यांग युवक अपनी समस्या लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचा और एडीएम पवन जैन के कमरे में गया। अपनी समस्या हल न हो पाने से उसने आवेश में आकर एडीएम जैन की टेबल पर अपना मोबाइल पटक दिया, जिससे मोबाइल टूटा और उसका कवर पवन जैन को चेहरे पर जा लगा। इसपर एडीएम जैन को भी गुस्सा आ गया। उन्होंने उक्त दिव्यांग को मर्यादित रहने की नसीहत दी।बात तब बिगड़ी जब एडीएम के गार्ड ने दिव्यांग को थप्पड़ मार दिए।
इस पूरे मामले की जानकारी मीडिया के जरिए मुख्यमंत्री के कानों तक भी पहुंची। इस पर उन्होंने कलेक्टर मनीष सिंह से घटनाक्रम की जानकारी ली। इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने तुरंत प्रभाव से एडीएम पवन जैन को इंदौर से हटाकर भोपाल पदस्थ करने के निर्देश जारी कर दिए।
बता दें कि पिछले दिनों सीएम शिवराज ने झाबुआ में पदस्थ रहे एसपी अरविंद तिवारी को छात्रों के साथ दुर्व्यवहार करने के मामले में निलंबित कर दिया था।