प्रख्यात बांसुरी वादक बलजिंदर सिंह बल्लू और सेक्साफोन वादिका मनीषा यादव ने बांधा समां।
इंदौर। कला, संगीत तथा शिक्षा के क्षेत्र के दिग्गजों की उपस्थिति के बीच गुरुवार को प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च इंदौर द्वारा आयोजित मध्य भारत के सबसे बड़े वार्षिक उत्सव “मंथन 2023” का भव्य शुभारम्भ हुआ। मंथन के पहले दिन रॉकबैंड, बैटल ऑफ़ बीट्स, गूँज, एड मैड शो,
रेजिंग थे लॉ’ जैसे विभिन्न सांस्कृतिक समारोह एवं प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। इनमें प्रेस्टीज प्रबंध संस्थान के अलावा शहर, देश और प्रदेश के प्रबंध शिक्षा से जुड़े विभिन्न संस्थानों के छात्र छात्राओं ने भाग लेकर अपने हुनर का प्रदर्शन किया।
बांसुरी और सेक्सोफोन पर सुनाई सुरीली धुनें और गीत।
उद्घाटन सत्र में विख्यात बांसुरी वादक बलजिंदर सिंह बल्लू ने बांसुरी पर सुरीली धुन बजाते हुए कई नायब गीत पेश किए।डीजे के साथ बांसुरी का तालमेल बिठाते हुए बलजिंदर ने ऐसी सुरीली धुनें बजाई की छात्र – छात्राओं और फैकल्टी झूम उठे। बाद में मंच संभाला सेक्साफोन वादिका मनीषा यादव ने। उन्होंने लटके – झटके के साथ सेक्सोफोन पर वो समां बांधा की माहौल उमंग और उल्लास से भर गया। उनके बजाए लैला ओ लैला गीत पर तो वहां मौजूद हर शख्स नाच उठा।
‘मंथन’ मनोरंजन, उमंग और उल्लास का है अद्भुत मेल : डेविश जैन।
इससे पूर्व मंथन के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन के चेयरमैन तथा प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. डेविश जैन ने कहा कि ‘मंथन’ मनोरंजन, उमंग और उल्लास का अद्भुत मेल है जो छात्रों के व्यक्तित्व को निखारने और शैक्षणिक विकास में मदद करता है। उन्होंने कहा कि मंथन पिछले 28 सालों में मध्य भारत के शिक्षा जगत में होने वाले सबसे बड़े सामाजिक-सांस्कृतिक उत्सव के बतौर अपने आपको स्थापित कर चुका है। इस तरह की सांस्कृतिक गतिविधियां छात्रों को नए कौशल सीखने में मदद करती हैं, उनके अंदर आत्मविश्वास एवं जिम्मेदारियों की भावना को बढ़ाती हैं तथा उनके शैक्षणिक प्रदर्शन को बेहतर बनाती हैं। डॉ जैन ने कहा कि उनका मानना है कि शिक्षा केवल छात्रों को अकादमिक ज्ञान प्रदान करने तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह उनके समग्र विकास में भी सहायक है।
लगन और इच्छाशक्ति से सबकुछ हासिल किया जा सकता है।
समारोह के विशेष अतिथि विवेक अग्रवाल ने छात्रों से अपने अनुभवों को साझा करते हुए कि यदि किसी कार्य को करने की लगन एवं इच्छाशक्ति हो तो जीवन में सबकुछ हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सफलता के लिए अपने ऊपर विश्वास रखें और टीम बनाकर कार्य करें।
‘मंथन’ लर्निंग मैनेजमेंट थ्रू प्रैक्टिसेज का माध्यम : देबाशीष मल्लिक।
संस्थान के वरिष्ठ निदेशक डॉ. देवाशीष मलिक ने कहा कि ‘मंथन’, प्रेस्टीज प्रबंध संस्थान का सबसे प्रतिष्ठित आयोजन है। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से छात्रों को लर्निंग मैनेजमेंट थ्रू प्रैक्टिसेज का लक्ष्य एवं अनुभव प्राप्त होगा।
शुक्रवार को होगा सूफी नाइट का आयोजन।
मंथन के दूसरे दिन शुक्रवार को प्रबंधन से जुड़ी विभिन्न प्रतियोगिताओं के साथ झंकार बीट्स, फैशन शो एवं सूफी नाइट का आयोजन होगा। तीन दिवसीय मंथन का समापन शनिवार को सनबर्न से होगा जिसमें डीजे सार्टेक हजारों छात्र छात्राओं के बीच लाइव परफॉर्म करेंगे।
मंथन के कोऑर्डिनेटर डॉ. सतनाम कौर उबेजा, सौरभ सिंह तथा फैकल्टी कोऑर्डिनेटर मोहित सुराना ने कहा कि इस तीन दिवसीय उत्सव में प्रेस्टीज प्रबंध संस्थान के अलावा शहर, प्रदेश और देश के विभिन्न प्रबंध संस्थानों के 3000 से अधिक छात्र विभिन्न सांस्कृतिक एवं प्रबंधन प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे हैं।