इंदौर : पिछले तीन-चार दिनों से हो रही बेमौसम ओला वृष्टि एवं वर्षा के कारण इंदौर जिले के ईंट भट्टा उद्योग को करोड़ों का नुकसान हुआ है। म.प्र. ईंट निर्माता संघ ने राज्य शासन एवं जिला प्रशासन से इस नुकसान के लिए संबंधित ईंट भट्टा संचालकों को उचित मुआवजे, राहत एवं बैंकों से वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने की मांग की है। अब तक जो नुकसान हुआ है, उसके कारण शहर में चल रहे अनेक बड़े प्रोजेक्ट ठप हो सकते हैं।
ईट निर्माता संघ के अध्यक्ष रमेश प्रजापति ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से रुक-रुककर हो रही बेमौसम बारिश एवं ओला वृष्टि के कारण ईंट भट्टों पर उत्पादन तो ठप हुआ ही, कच्ची तैयार ईंटों को पकाने के लिए रखे गए माल पर भी ओले बरस गए। इस कारण ईंट भट्टों के संचालकों को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। यहां काम करने वाले कुम्हार, हरिजन, और आदिवासी श्रमिकों के लिए भी दो जून रोटी के लाले पड़ गए हैं। अधिकांश ईट भट्टा संचालक निजी साहूकारों से मोटी ब्याज दरो पर पैसा लेकर अपना काम चलाते हैं, क्योंकि बैंकें इन्हें लोन नहीं देती। इस ओलावृष्टि के कारण हजारों मजदूर हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। इंदौर जिले की लगभग सभी ईंट निर्माण इकाईयां इस ओला वृष्टि से बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। राज्य के अन्य जिलों से भी इसी तरह के नुकसान की खबरे मिल रही हैं। इस प्राकृतिक आपदा के कारण शहर में चल रहे अनेक बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए ईंटों की सप्लाई मुश्किल हो जाएगी जिसका असर इन प्रोजेक्ट और विकास कार्यों की गति पर भी पड़ेगा।