इंदौर लोकसभा सीट पर 11 लाख 75 हजार मतों से जीते लालवानी।
बीजेपी प्रत्याशी शिवराज सिंह चौहान,ज्योतिरादित्य सिंधिया, वीडी शर्मा, आलोक शर्मा ने भी दर्ज की बंपर जीत।
छिंदवाड़ा से कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ चुनाव हारे।
राजगढ़ सीट पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को भी मिली करारी हार।
इंदौर : लोकसभा चुनाव में उप्र, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, हरियाणा जैसे राज्यों में बीजेपी अपेक्षानुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाई पर मप्र में उसका प्रदर्शन पिछले लोकसभा (2019)चुनाव से भी बेहतर रहा। इस बार उसने प्रदेश की सभी 29 सीटें जीतकर कांग्रेस का सूपड़ा ही साफ कर दिया। इसमें छिंदवाड़ा सीट भी शामिल है जो कांग्रेस के दिग्गज नेता कमलनाथ का गढ़ मानी जाती थी। यहां से उनके बेटे पूर्व सांसद नकुलनाथ चुनाव मैदान में थे पर उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
लालवानी ने बनाया सर्वाधिक मतों से जीतने का रिकॉर्ड।
इंदौर लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी शंकर लालवानी ने पूरे देश में सर्वाधिक मतों से जीतकर रिकॉर्ड कायम कर दिया। उन्होंने 15 लाख 61 हजार वोटों में से 12 लाख 26 हजार 751 वोट प्राप्त किए और अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीएसपी के संजय सोलंकी की 11 लाख 75 हजार 092 वोटों से हराया। सोलंकी को 51,659 वोट मिले। हालांकि इस बड़ी जीत के पीछे का सच ये भी है की बीजेपी ने जोड़ तोड़ करके कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय बम का नाम ऐन मौके पर वापस करवा लिया था। बाद में बम बीजेपी में शामिल हो गए थे। इसके चलते चुनावी मुकाबला एकतरफा हो गया था।कांग्रेस ने इसका बदला नोटा का प्रचार करके लिया। यही कारण है कि नोटा में दो लाख से ज्यादा वोट डल गए और वो भी एक रिकॉर्ड बन गया।
शिवराज, सिंधिया, आलोक शर्मा ने भी दर्ज की बंपर जीत।
पूर्व मुख्यमंत्री और विदिशा से बीजेपी प्रत्याशी शिवराज सिंह चौहान ने जीत का रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को 08 लाख 21 हजार 408 मतों से पराजित किया।केंद्रीय मंत्री और गुना से बीजेपी प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने निकटतम कांग्रेस प्रत्याशी को 05 लाख 40 हजार 929 वोटों से हराया। खजुराहो से वीडी शर्मा ने 05 लाख 41 हजार 229 वोटों से विजय हासिल की। हालांकि इस सीट पर भी सपा प्रत्याशी का नामांकन खारिज हो जाने से मुकाबला एकतरफा हो गया था। इसी तरह भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी के आलोक शर्मा ने 05 लाख 01 हजार 499 मतों से जीत दर्ज की। इसके अलावा बीजेपी के अन्य कई प्रत्याशियों ने भी लाखों मतों से जीत दर्ज की।
कमलनाथ को झटका, नकुलनाथ हारे।
बीते 40 साल से कांग्रेस नेता कमलनाथ का गढ़ बन चुके छिंदवाड़ा में उनके पुत्र नकुलनाथ की हार चौंकाने वाली रही। उन्हें बीजेपी प्रत्याशी बंटी विवेक साहू ने 01लाख 13 हजार 618 वोट से हराया।
दिग्विजय सिंह को भी मिली शिकस्त।
पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को भी राजगढ़ लोकसभा सीट से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। उन्हें बीजेपी के रोडमल नागर ने 01 लाख 46 हजार 089 वोटों से हराया। बता दें कि दिग्विजय सिंह 2019 में भी भोपाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ें थे। तब उन्हें बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने 03 लाख 64 हजार मतों से हराया था।