05 से 12 वर्ष की एक लाख कन्याओं का होगा पूजन

  
Last Updated:  October 4, 2024 " 01:05 am"

कन्यापूजन के लिए शहर भर में 400 स्थान किए गए चिन्हित।

संबंधित क्षेत्र के ही नव युवा करेंगे कन्याओं का पाद पूजन।

05 व 06 अक्टूबर को होगा कन्या पूजन।

नवंबर में 11 हजार कन्याओं का होगा सामूहिक पाद प्रक्षालन।

पांच दिवसीय सेवा मेले का भी होगा आयोजन।

इंदौर : हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउण्डेशन द्वारा नारी शक्ति की अस्मिता, सम्मान, मर्यादा एवं गरिमा कायम रखने और उन्हें संबल प्रदान करने के उद्देश्य से दो दिवसीय कन्या वंदन, पूजन और पाद-पक्षालन का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। 5 एवं 6 अक्टूबर को होने वाले इस कार्यक्रम के दौरान 05 से 12 वर्ष आयु की 1 लाख कन्याओं का पूजन किया जाएगा। यह कन्या पूजन में एक रिकॉर्ड भी स्थापित होगा। इस कार्यक्रम में सामाजिक, धार्मिक, साहित्य, चिकित्सा, शिक्षा जगत से जुड़ी हस्तियों के साथ ही आमजन व मातृशक्ति भी बड़ी संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगी। 15 से 20 वर्ष आयु के युवा कन्याओं का पूजन कर उनकी रक्षा का संकल्प भी लेंगे।

400 स्थानों पर चलेगा कन्या पूजन कार्यक्रम।

हिन्दु आध्यात्मिक एवं सेवा फाउण्डेशन के चेयरमेन विनोद अग्रवाल (अग्रवाल ग्रुप), अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा (गुरूजी ठंडाई), सचिव विनोद बिड़ला, सहसचिव चंद्रमोहन दुबे एवं मीडिया प्रभारी जवाहर मंगवानी ने बताया कि इन्दौर की धरा पर पहली बार वृहद स्तर पर कन्या वंदन, पूजन एवं पाद-पक्षालन का कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। जिसमें सभी गरबा पांडाल, मठ-मंदिर, समाज-जाति, रहवासी संघ के साथ ही सेवा बस्तियों के क्षेत्रों को चिन्हित किया गया है। दो दिनों में 400 स्थानों पर कन्याओं के पूजन का क्रम चलेगा, जिसमें सभी युवाओं को नारी सम्मान की शपथ भी दिलाई जाएगी। 280 वक्ता इस कार्यक्रम में अपना उद्बोधन देंगे।

नवंबर में 11हजार कन्याओं का होगा पाद प्रक्षालन।

17 नवंबर को महूनाका स्थित लालबाग परिसर में 11 हजार कन्याओं का सामूहिक पाद-पक्षालन किया जाएगा। इसके अलावा 28 नवंबर से 2 दिसंबर तक सेवा मेले का आयोजन भी होगा। लालबाग परिसर में आयोजित होने वाला मेला भी नारी शक्ति थीम पर ही होगा। जिसमें राष्ट्र के लिए समर्पित नारी शक्ति के योगदान, साहस, पराक्रम व युद्ध कौशल की नीति से आम नागरिकों को अवगत कराया जाएगा।

200 से अधिक गरबा पांडालों ने दी सहमति।

मीडिया प्रभारी जवाहर मंगवानी ने बताया कि कन्या पाद-पूजन कार्यक्रम के लिए 200 से अधिक गरबा आयोजकों के साथ 50 से अधिक समाजों के पदाधिकारियों ने भी इस कार्यक्रम में शामिल होने की सहमति प्रदान की है। शहर के अलग-अलग हिस्सों में आयोजित होने वाले कन्या पूजन कार्यक्रम में सभी पूजन सामाग्रियां आयोजकों द्वारा ही उपलब्ध करवाई जाएगी। हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान के पदाधिकारियों ने कन्या पूजन, वंदन व पाद-पक्षालन की विधि से भी सभी को अवगत कराया है। सभी स्थानों पर कन्या पूजन की विधि विद्वान पंड़ितों के दिशा-निर्देशन में संपन्न की जाएगी। सभी कन्याओं को पूजन के पश्चात देवी अहिल्या के जीवन चरित्र पर आधारित पुस्तक का वितरण किया जाएगा।

फरवरी से शुरू हो गई थी कार्यक्रम की तैयारियां।

मीडिया प्रभारी जवाहर मंगवानी ने बताया कि 1 लाख कन्याओं के वंदन, पूजन व पाद-पक्षालन की तैयारियां फरवरी माह से शुरू की गई थी। सभी समाज, जाति, मठ-मंदिर, एनजीओ, मातृशक्तियों को इसकी जिम्मेदारियां सौंपी गई थी। सभी पदाधिकारियों ने क्षेत्रों में संपर्क कर इस कार्यक्रम में सहभागी बनने का सभी से आग्रह किया था। मनीष निगम, राकेश राठौर (समाज-जाति) सोहन जोशी, संजय दुबे, अमरनाथ शुक्ला (मठ-मंदिर), सुभाष पालीवाल (एनजीओ), हेमंत मालवीय, सुरेश जैन, सुरेश बिजोलिया (गरबा पांडाल), मंजित संधु गर्ग, सरस्वती पेंढारकर, मंजूशा जौहरी, पूजा खण्डेलवाल, विनीता धर्म, सरिता कुन्हारे, संध्या चौकसे (मातृशक्ति), सचिन बघेल, कुणाल भंवर, स्निग्धा मौर्य, अक्षय सोड़ानी (बक्ता समन्वय) एवं जया काकवानी (सेवा बस्ती) की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। एक लाख कन्याओं के पूजन की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। यह कार्यक्रम अपने आप में अनूठा होकर एक रिकॉर्ड भी कायम करेगा।

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