रेसकोर्स रोड़ स्थित मोहता भवन में आयोजित हुई सर्वधर्म प्रार्थना सभा।
सभी धर्मों के धर्म गुरूओं ने रखे अपने उद्गार, विश्व शांति के लिए की प्रार्थना।
इन्दौर : जिस प्रकार हम अपने अस्तित्व को स्वीकारते हैं उसी तरह हमें अन्य प्राणियों के अस्तित्व को भी स्वीकारना होगा। जैसे तुम अनुकूलता चाहते हो वैसे ही अन्य प्राणी भी अनुकूलता चाहते हैं। इसीलिए जियो और जीने दो का मंत्र मानवता का मूल मंत्र है। दुनिया का हर धर्म हमें मानवता का संदेश ही देता है। दुनिया में आज गोलियों की आवाज गूंज रही है अगर इसके स्थान पर शांति की गूंज होगी तो युद्ध के हालात टल भी सकते हैं। आज समस्त विश्व विषमतम दौर से गुजर रहा है। विघटनकारी शक्तियों के कारण समूचा प्राणी जगत सहमा हुआ है। आज समूचे विश्व को सहअस्तित्व, संवेदनशीलता, सहिष्णुता और समरसता के सिद्धांत पर चलने की आवश्यकता है। भारत की संस्कृति सहअस्तित्व मूलक रही है।
ये विचार रेसकोर्स रोड़ स्थित मोहता भवन में रविवार को आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा में संत शिरोमणि आचार्य गुरुदेव विद्यासागर महामुनिराज के परम शिष्य भावनायोग के प्रवर्तक मुनिश्री प्रमाण सागर महाराज ने सभी धर्मों के धर्मगुरूओं की उपस्थिति में आयोजित सर्व धर्म प्रार्थना सभा में संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
धर्म प्रभावना समिति द्वारा आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा के संयोजक एवं संस्था केसरी अध्यक्ष राहुल जैन एवं प्रो. राजीव शर्मा ने बताया कि सर्वधर्म प्रार्थना सभा में आचार्यश्री राजेश मुनिजी (श्वेताम्बर समाज), ब्रह्मकुमारी अनिता दीदी, शफीक जी (शहर उपकाज), पायस (फादर), ज्ञानी ग्रंथी सज्जनसिंह (सिख समाज), पंडि़त योगेंद्र महंत (अध्यक्ष ब्राह्मण समाज संघ), पंडि़त रामचंद्र शर्मा वैदिक, मुकेश मोड़ (आरएसएस), प्रो. राजीव शर्मा (राष्ट्रीय कवि एवं प्रख्यात लेखक) ने भी अपने उद्गार व्यक्त किए। मोहता भवन में आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा में सभी धर्मगुरूओं द्वारा शांति व सद्भाव का संदेश दिया गया। कार्यक्रम में सभी धर्मों के साथ ही सर्व समाज-सर्व जाति सहित 8 हजार से अधिक लोग जुटे थे। कार्यक्रम के अंत में मुनिश्री प्रमाण सागर ने सभी धर्म गुरूओं को स्वयं द्वारा लिखित पुस्तक व धार्मिक ग्रंथ भेंट किए। कार्यक्रम का देश – विदेश में सीधा प्रसारण किया गया। सर्वधर्म सभा में संजय बांकड़ा (अग्रवाल समाज), अशोक अधिकारी (सामाजिक कार्यकर्ता), शशि सतपुड़े (350 एनजीओ अध्यक्ष), प्रदीप बडज़ात्या (पुलकजन चेतना मंच), कुलपति राकेश सिंघई, पूर्व कुलपति रेणु जैन सहित बड़ी संख्या में प्रबुद्ध जन भी मौजूद रहे। धर्म प्रभावना समिति अध्यक्ष अशोक डोसी, महोत्सव अध्यक्ष नवीन-आनंद गोधा, महामंत्री हर्ष जैन, मुख्य पुण्यार्जक मुकेश-विजय पाटौदी, धर्मेंद्र जैन (सिनकेम)का भी विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन प्रो. राजीव शर्मा ने किया एवं आभार ब्रह्मचारी अभय भैय्या ने माना।