मराठी सोशल ग्रुप और स्वच्छता प्रेमी जनता ने पेश की जीरो वेस्ट जत्रा की अनूठी मिसाल।
तीन दिनों में 6 लाख से ज्यादा लोगों ने जत्रा में दर्ज कराई उपस्थिति।
अगले साल 11, 12 एवं 13 अक्टूबर 2025 को फिर मिलने के वादे के साथ विदा हुई जत्रा।
इंदौर : मराठी सोशल ग्रुप द्वारा आयोजित स्वाद एवं संस्कृति के महाकुंभ जत्रा में रविवार को समापन पर हजारों की संख्या में स्वाद और संस्कृति के मुरीद पोद्दार प्लाजा पहुंचे। इसका समापन रविवार हुआ । इन तीन दिनो में छह लाख से ज्यादा इंदौरी सम्मिलित हुए।
संस्था के सुधीर दांडेकर और राजेश शाह ने बताया कि इस वर्ष भी जत्रा 100% जीरो वेस्ट रहा। इस आयोजन में 100% बायोडिग्रेबल प्लेट ग्लास सहित अन्य वस्तुओं का इस्तेमाल किया गया। तीन दिनों में करीब 8440 किलो गीले कचरे की खाद एवं बायोडिग्रेडेबल सूखा कचरा व 5700 किलो कचरा कंपोस्ट किया गया। इस तरह से कुल 9 टन के करीब कचरा रीसायकल किया गया ।
जत्रा में 20 से ज्यादा कलेक्शन काउंटर बनाए गए थे जिनमें सूखा और गीला कचरा अलग-अलग किया जा रहा था। सूखे गीले कचरे की खाद बनाकर नगर निगम को सौंप दी गई है।
सुधीर दांडेकर और राजेश शाह ने बताया कि रविवार को सुबह 11 बजे से ही लोगो का आना शुरू हो गया था, इंदौरवासियो ने दीपावली की जमकर खरीददारी की।
इन तीन दिनो में ट्रेड जोन में अनुमानित 4.16 करोड़ का व्यापार हुआ, जत्रा में तकरीबन 6 लाख से ज्यादा लोग सम्मिलित हुए, फूड जोन में भी इंदौरियों ने मराठी व्यंजनों का भरपूर स्वाद लिया।
जत्रा की विशेषता रही है कि महिलाओ को स्वावलंबन के लिए प्रेरित करना, इसी कड़ी में एम ड़ी एच जत्रा के समापन अवसर पर पुणे महाराष्ट्र की महिला प्रतीक्षा तोंडवलकर को आमंत्रित किया गया, जिन्होंने स्टेट बैंक में एक सफाई कर्मी की हैसियत से जॉब शुरू किया और अपनी विषम परिस्थितियों से जूझते हुए एजीएम के पद तक पहुंची।
शनिवार रात को बारिश होने के कारण जत्रा के आयोजन स्थल पर हुए कीचड़ को मराठी सोशल ग्रुप ट्रस्ट ने पूरे परिसर में चूरी डालते हुए समतल किया और फूड स्टॉल के आगे लकड़ी का प्लेटफॉर्म तैयार करवाया जिससे लोगों को परेशानी ना हो।
तृप्ति महाजन एवं सुमेधा बावकर ने बताया कि 50 से ज्यादा मराठी व्यंजनों के स्टॉल जत्रा में लगाए गए थे, जिनमे पुरण पोळी, झुणका भाकर, भाकरवडी, सोलकढी,आदि विविध व्यंजनों को परोसा गया जिनका इंदौरियो ने पूरा लुत्फ उठाया।
जत्रा के तीसरे दिन भी मुंबई से आए कलाकारो ने लावणी और मराठी लोक नृत्य की धमाकेदार प्रस्तुति दी इन कलाकारों की प्रस्तुति ने इंदौरियो का मन मोह लिया।