महाकाल लोक फेज 02 पर किया जा रहा काम।
दानदाताओं के सहयोग से होगा भव्य भक्त निवास का निर्माण।
मेला क्षेत्र में होंगे स्थाई स्वरूप के निर्माण।
शिप्रा में प्रवाहमान होगा साफ पानी।
स्टेट प्रेस क्लब मप्र के दल से चर्चा में उज्जैन कलेक्टर ने दी जानकारी।
दल के सदस्यों ने बाबा महाकाल के दर्शनों का लिया पुण्य लाभ ।
इंदौर : बाबा महाकाल के दर्शन – पूजन की ललक भला किसे नहीं होती।हर कोई बाबा महाकाल के दर्शन – पूजन का पुण्य लाभ लेना चाहता है। देश – विदेश से लाखों लोग बाबा महाकाल के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। स्टेट प्रेस क्लब मप्र ने मीडियाकर्मियों और उनके परिजनों के लिए महाकाल दर्शन का कार्यक्रम बनाया। ये बाबा महाकाल की ही इच्छा थी कि उज्जैन जिला प्रशासन और महाकाल मंदिर प्रबंधन का सहयोग मिला और इंदौर से मीडियाकर्मी और उनके परिजनों सहित करीब 40 सदस्यीय दल स्टेट प्रेस क्लब के बैनर तले दो दिन पूर्व उज्जैन पहुंचा और महाकाल राजा के दर्शनों का लाभ लिया।दल ने महाकाल लोक का भ्रमण किया और अन्नक्षेत्र में प्रसाद भी ग्रहण किया। मंदिर प्रशासन की ओर से दल के सदस्यों को महाकाल राजा का चित्र, उनके नाम वाला अंगवस्त्र और लड्डू प्रसाद भेंट किया गया। बाद में दल के सदस्यों ने स्टेट प्रेस क्लब मप्र के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल की अगुवाई में उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार से सौजन्य भेंट की। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने महाकाल लोक के द्वितीय चरण और सिंहस्थ के मद्देनजर उज्जैन में किए जा रहे विकास कार्यों की जानकारी दल के सदस्यों को दी।
दर्शन लाभ लेकर हुई अलौकिक आनंद की अनुभूति।
इंदौर से स्टेट प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल के नेतृत्व में मीडियाकर्मियों व परिजनों का दल बस के जरिए उज्जैन पहुंचा। कुछ साथी स्वयं के वाहनों से भी उज्जैन पहुंचे थे। महाकाल मंदिर पहुंचने पर मंदिर प्रबंधन समिति की ओर से सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने दल के सभी सदस्यों का स्वागत किया और उन्हें शंख द्वार के रास्ते मंदिर में प्रवेश कराया। घुमावदार रास्तों से होते हुए दल के तमाम सदस्य गर्भगृह के बाहर स्थित नंदी हॉल में पहुंचे, जहां लगी रैलिंग के बाहर से उन्हें बाबा महाकाल के दिव्य दर्शन करवाए गए। महाकालेश्वर के दर्शन कर मानों दल में शामिल तमाम मीडियाकर्मी और उनके परिजनों की मन की मुराद पूरी हो गई। सभी ने बाबा महाकाल के दरबार में शीश झुकाया और घर – परिवार की खुशहाली की कामना की। दल के सदस्यों की ओर से मंदिर के पुजारियों ने बाबा महाकाल का पूजन व अभिषेक किया। यहां से तमाम साथियों ने ई – रिक्शा में बैठकर भव्य महाकाल लोक का भ्रमण किया और बाद में अन्नक्षेत्र पहुंचकर भोजन प्रसादी ग्रहण की।
प्रतिदिन एक से डेढ़ लाख लोग पहुंचते हैं बाबा महाकाल के दरबार में।
महाकाल मंदिर से सभी मीडियाकर्मी और परिजन उज्जैन कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। वहां कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और जिला पंचायत सीईओ सुश्री जयति सिंह ने सभी का स्वागत किया। इस मौके पर कलेक्टर नीरज कुमार ने महाकाल लोक फेज 02 और सिंहस्थ – 2028 के मद्देनजर किए जा रहे विकास कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महाकाल लोक के निर्माण के बाद बीते दो वर्षों में उज्जैन आनेवाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है। सामान्य दिनों में एक से डेढ़ लाख लोग महाकाल राजा के दर्शनों के लिए पहुंचते हैं। वीकेंड और विशेष अवसरों पर यह तादाद तीन से पांच लाख तक पहुंच जाती है।इस बात को देखते हुए महाकाल मंदिर परिक्षेत्र का विस्तार किए जाने के साथ महाकाल लोक 02 का निर्माण भी तेजी से चल रहा है। इसी के साथ सिंहस्थ को लेकर आधारभूत संरचना के विकास से लेकर, पेयजल, यात्रियों के लिए ठहरने, वाहनों के लिए मल्टीलेवल पार्किंग, घाटों का जीर्णोद्धार व विस्तार, क्षिप्रा में साफ पानी प्रवाहमान रहे इसका इंतजाम, मेला क्षेत्र का समग्र विकास सहित आम श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं।
दानदाताओं के सहयोग से होगा भक्त निवास का निर्माण।
कलेक्टर नीरज कुमार ने बताया कि श्रद्धालुओं की बढ़ती तादाद को देखते हुए नए भक्त निवास का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। इसके तहत बहुमंजिला टॉवर बनाए जाएंगे। प्रयास ये किया जा रहा है कि भक्त निवास का निर्माण दानदाताओं व श्रद्धालुओं के सहयोग से ही किया जाए। इसके लिए एक वेबसाइट भी लॉन्च की जा रही है, जिसके जरिए श्रद्धालु ऑनलाइन भी सहयोग प्रदान कर सकते हैं।
उज्जैन से जुड़नेवाले सभी मार्गों का हो रहा विस्तार।
कलेक्टर नीरज कुमार ने बताया कि सिंहस्थ के मद्देनजर इंदौर – उज्जैन रोड को सिक्स लेन में तब्दील किया जा रहा है। इसी के साथ इंदौर – उज्जैन के बीच एक फोर लेन भी प्रस्तावित है। इसके अलावा इंदौर से उज्जैन होते हुए गरोठ और अन्य प्रदेश के राजमार्ग भी विकसित हो रहे हैं, जिनसे श्रद्धालुओं का आवागमन सुगम होगा।
नए आईएसबीटी का है प्रस्ताव।
कलेक्टर ने बताया कि उज्जैन के वर्तमान देवास गेट बस स्टैंड को उन्नत करने के साथ एक नए आईएसबीटी के निर्माण का भी लक्ष्य रखा गया है। इसी के साथ विभिन्न स्थानों पर मल्टीलेवल पार्किंग भी बनाए जाएंगे ताकि बाहर से आनेवाले श्रद्धालुओं को अपने वाहन खड़े करने में दिक्कत न हो।
मेला क्षेत्र में स्थायी प्रकृति के होंगे निर्माण।
कलेक्टर नीरज कुमार के अनुसार सिंहस्थ मेला क्षेत्र में संत – महात्माओं और अखाड़ों को हरिद्वार की तर्ज पर आश्रमों के लिए स्थाई रूप में जगह आवंटित की जाएगी, ताकि बड़ी संख्या में आनेवाले श्रद्धालुओं को इन आश्रमों में भी रुकने की सुविधा मिल सके।
शिप्रा में साफ पानी का प्रवाह हो, इसका प्रयास।
उन्होंने बताया कि सिंहस्थ के दौरान शिप्रा में कान्ह नदी के दूषित पानी को मिलने से रोकने और बारिश का पानी रोककर शिप्रा को प्रवाहमान बनाए रखने के प्रयास किए जा रहे हैं,जिससे नर्मदा के पानी पर निर्भरता न रहे। इसी तरह श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए घाटों का जीर्णोद्धार व नए घाटों का निर्माण भी किया जाना प्रस्तावित है। कलेक्टर ने बताया कि ये सारे काम सिंहस्थ के पहले पूरे कर लिए जाएंगे।
गर्भगृह में प्रवेश पर रोक बरकरार रहेगी।
कलेक्टर नीरज कुमार ने साफ किया कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुरूप ही महाकाल मंदिर की व्यवस्थाएं संचालित की जा रहीं हैं। गर्भगृह में प्रवेश पर रोक जारी रहेगी। इससे आम श्रद्धालुओं को बाबा महाकाल के दर्शन सुलभ हुए हैं।
कलेक्टर व सीईओ को स्मृति चिन्ह भेंट।
इस मौके पर स्टेट प्रेस क्लब की ओर से उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार व जिला पंचायत सीईओ सुश्री जयति को स्मृति चिन्ह भी भेंट किए गए।