एक हजार कन्याओं का किया जाएगा पाद पूजन।
रविवार, 24 नवंबर को लालबाग परिसर में होगा कार्यक्रम।
इंदौर : हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान इन्दौर द्वारा आयोजित 24 नवंबर को ऐतिहासिक लालबाग परिसर में एक अनूठे कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में 1000 कन्याओं के पूजन के साथ कुल 21 हजार बालिकाएं सामूहिक रूप से महिषासुर मर्दिनी स्त्रोत का पाठ कर माहौल को आध्यात्मिकता से भर देंगी। कार्यक्रम की शुरुआत साधु-संतों के सान्निध्य में होगी। मंच पर 100 कन्याओं के बैठने की विशेष व्यवस्था की गई है।
हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउण्डेशन के राष्ट्रीय संयोजक गुणवंतसिंह कोठारी, इंदौर चेयरमेन विनोद अग्रवाल (अग्रवाल ग्रुप), इंदौर अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा (गुरूजी ठंडाई)ने बताया कि पाश्चात्य जीवन शैली से प्रभावित होकर दिगभ्रमित हो रही युवा पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक विरासत से परिचय कराने और उसे संरक्षित व अक्षुण्ण बनाए रखने की प्रेरणा देने के साथ युवा शक्ति में श्रेष्ठ चारित्रिक जीवन मूल्यों का विकास किए जाने को लेकर संस्था कार्य कर रही है।
कन्याओं के हाथों में रहेगा शस्त्र व शास्त्र।
महिला समन्वयक विनीता धर्म, आईएमसीटीएफ इंदौर अध्यक्ष मंजूषा राजस जौहरी और एचएसएसएफ सदस्य सरस्वती पेंढारकर, मंजीत संधू गर्ग ने बताया कि भारतीय पारंपरिक परिधानों में सजधज कर बालिकाएं महिषासुर मर्दिनी स्त्रोत का पाठ एक साथ करेंगी। इसके लिए हर दिन विभिन्न सत्रों में ऑडियो वीडियो और धार्मिक किताबों के माध्यम से रिहर्सल करवाई जा रही है। एक साथ एक ही सुर ताल में स्रोत का पाठ न केवल माहौल को आध्यात्मिकता से जोड़ेगा बल्कि सकारात्मक भाव भी पैदा करेगा। आयोजन में जहां 100 कन्याएं मंच पर त्रिशूल के साथ दिखेंगी तो वहीं मंच के ठीक सामने 1 हजार कन्याओं का पाद-पूजन किया जाएगा। इसके पश्चात सभी कन्याओं के साथ उपस्थित प्रबुद्ध नागिरकों द्वारा सामूहिक रूप से महिषासुर मर्दिनी स्त्रोत पाठ किया जाएगा।
घर-घर पहुंची 25 हजार पुस्तकें।
हिंदू आध्यात्मिक सेवा संस्थान के प्रचार प्रमुख जवाहर मंगवानी, इस कार्यक्रम के संयोजक अनूप शुक्ला एवं व्यवस्था प्रमुख दीपक जैन (टीनू) ने बताया कि रविवार 24 नवंबर को होने वाले इस कन्या पूजन एवं महिषासुर मर्दिनी स्त्रोत पाठ में मठ-मंदिर, जाति-बिरादरी, एनजीओं सहित कई विद्यालयों की बालिकाएं अपनी भागीदारी दर्ज कराएंगी। इसी के साथ अन्य सामाजिक संगठनों का भी इसमें विशेष सहयोग रहेगा। आयोजन के पूर्व ही 25 हजार से अधिक पुस्तकें सदस्यों द्वारा घर-घर पहुंचाई जा चुकी है वहीं इस पूरे आयोजन को लेकर बनाए गए वीडियो व आडियो को भी प्रतिदिन लाखों लोगों द्वारा देखा व सुना जा रहा है। लालबाग में होने वाला यह आयोजन अपने आप में एक अनूठा आयोजन होगा जो शहर में नारी शक्ति के मान, सम्मान व आत्मरक्षा के लिए प्रेरित करेगा।
रविवार शाम 4 बजे होने वाले इस आध्यात्मिक व धार्मिक आयोजन में शहर के कई गणमान्य नागरिकों के साथ ही सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक क्षेत्रों में सक्रिय रहने वाले भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे।