इंदौर : Honest Technology नाम की फर्जी शेयर एडवाइजरी कंपनी को सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराने वाले डेवलपर को क्राइम ब्रांच इंदौर ने गिरफ्तार कर लिया है। मेदांता हॉस्पिटल के पास स्थित कृष्णा बिजनेस सेंटर के फ्लैट से ये फर्जी एडवाइजरी कंपनी संचालित की जा रही थी।
आरोपी ठगी की राशि प्राप्त करने के लिए 10% कमीशन पर बैंक खाते लेते थे। आरोपी सॉफ्टवेयर डेवलपर प्रत्येक सॉफ्टवेयर पर प्रतिमाह 10 हजार रूपये प्राप्त करता था।आरोपी द्वारा बनाए सॉफ्टवेयर में लोगों को प्रॉफिट दिखता था पर वास्तविकता में प्रॉफिट होता ही नहीं था। सॉफ्टवेयर के माध्यम से वर्चुअल कॉन्टैक्ट नंबर एवं फर्जी सिमकार्ड का उपयोग कर ग्राहकों को ठगने के लिए कॉल करते थे।ठग गैंग के सदस्य लोगों से रूपए इन्वेस्टमेंट के नाम से प्राप्त करते थे पर ट्रेडिंग में न तो रूपए इन्वेस्ट किए जाते थे और न ही रूपए निवेशक को वापस करते थे।क्राइम ब्रांच द्वारा धोखाधडी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर के मालिक, पार्टनर, मैनेजर सहित 04 आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है। प्रकरण में कुल 05 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। पकड़े गए सॉफ्टवेयर डेवलपर का नाम
पुनीत वाधवानी उम्र 40 वर्ष निवासी सुदामा नगर, इंदौर होना बताया गया है।सॉफ्टवेयर डेवलपर आरोपी पुनीत ने पूछताछ में बताया कि वह BCA की पढ़ाई किया हुआ है और उसके बाद पी & पी इंफोटेक कंपनी को संचालित कर सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट का काम करने लगा। आरोपी ने अपनी कंपनी के माध्यम से क्लाइंट की डिमांड पर सॉफ्टवेयर डेवलप कर उपलब्ध कराना बताया।
उक्त प्रकरण में भी आरोपी द्वारा फर्जी शेयर एडवाइजरी कंपनी Honest Technology को एल्गोरिथम बेस्ड सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराया जाना कबूला।
आरोपी को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड प्राप्त कर विस्तृत पूछताछ करते हुए अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है