इंदौर : मराठी भाषा की दो हजार वर्षों की परंपरा और गौरवमयी इतिहास की बानगी पेश करने वाला अनोखा कार्यक्रम ‘मधुरव: बोरू ते ब्लॉग’ सानंद न्यास के मंच पर, रविवार दो मार्च को शाम 05 बजे से खंडवा रोड स्थित देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के सभागार में प्रस्तुत किया जाएगा।
दो हजार वर्षों की विरासत समेटे है मराठी भाषा।
सानंद न्यास के अध्यक्ष जयंत भिसे ने बताया कि हमारी मातृभाषा मराठी दो हजार से भी अधिक वर्षों की विरासत और इतिहास अपने में समेटे हुए है।भारत सरकार से हाल ही में अभिजात्य भाषा का दर्जा प्राप्त मराठी भाषा के जन्म से लेकर उसके बढ़ने, फलने – फूलने, आम लोगों तक पहुंचने से लेकर कला, साहित्य और संस्कृति से समृद्ध होने तक का समूचा सफर इस कार्यक्रम मधुरव : बोरू ते ब्लॉग में देखने – सुनने को मिलेगा। मराठी भाषियों के ज्ञान में वृद्धि करने वाला यह कार्यक्रम अभिनेत्री मधुरा वेलणकर साटम ने निर्मित किया है। इस कार्यक्रम के निर्देशन के साथ उन्होंने अभिनय भी किया है। दरअसल, अभिनय, नृत्य, अभिवाचन, संवाद, संगीत, नेपथ्य और मनोहारी प्रकाश योजना से सज्जित ये कार्यक्रम दर्शक – श्रोताओं को मनोरंजक तरीके से मराठी भाषा की समृद्ध विरासत से अवगत कराता है। भिसे ने बताया कि इस कार्यक्रम की स्क्रिप्ट डॉ. समीरा गुजर ने तैयार की है। मधुरा वेलणकर मुख्य किरदार में हैं। सहयोगी कलाकार हैं, आशीष व आकांक्षा गाढ़े। प्रकाश योजना – शीतल तलपदे, नेपथ्य – प्रदीप पाटिल और संगीत – श्रीनाथ म्हात्रे का है। वेशभूषा – श्वेता बापट और अंकिता जठार की है।व्यवस्थापक अमित सुर्वे हैं। कार्यक्रम सभी के लिए खुला है।