पीली गैंग का आतंक, पलट दिया फलों से भरा ठेला, सड़क पर बिखेर दिए सारे फल

  
Last Updated:  March 6, 2025 " 07:36 pm"

निगमकर्मियों को ये अधिकार किसने दिया?

*कीर्ति राणा* : सात बार इंदौर नंबर वन रहा है, इसकी तारीफ करते हुए हम नहीं थकते लेकिन इस शहर को यह पूछने का भी हक है कि निगमकर्मियों को ये अधिकार किसने दिया कि सड़कों से ठेले वालों को हटाने के लिये उनके ठेले उलट दें।
महापौर को इस शहर ने इसीलिये दायित्व सौंपा है क्या? निगमायुक्त की भी बेबसी है कि निगम गैंग उनकी हंसी उड़ाने पर आमादा रहती है।बुधवार दोपहर पीली गैंग ने फिर ऐसी ही बहादुरी दिखाई। चंद्रगुप्त सिनेमा तिराहा पर शनि मंदिर के पास खरबूज बेच रहे ठेलेवाले पर निगमकर्मियों ने झपट्टा मारा, वो कुछ समझे तब तक तो ठेला पलट दिया। सड़क पर खरबूज, तराजू और बाट बिखरे पड़े थे और निगमकर्मी अपने वाहन में ठेला लादने में लगे थे।

पीली गैंग की इस मनमानी, दादागिरी और हिटलरशाही को देख, क्षेत्र के लोगों ने विरोध तो किया ही साथ ही वीडियो भी बनाने लगे, लोगों के विरोध का असर यह हुआ कि एक अन्य फल विक्रेता का ठेला पलटने को आमादा निगमकर्मियों ने खुद उसके ठेले से फल खाली करवाए और बाद में उसका ठेला जब्त किया।

पीली गैंग की यह मनमानी पहली बार नहीं है। हर दो चार महीने में कभी अंडे का ठेला तो कभी सब्जी-फल वालों का ठेला पलटना आम बात हो चली है। इस शहर का दुर्भाग्य ही है कि भाजपा से सांसद है, विधायक भी भाजपा के है, नगर निगम में बहुमत भी भाजपा का है शहर से लेकर राज्य और केंद्र तक ट्रिपल इंजन की सरकार है लेकिन निगमकर्मियों के इस आतंक के खिलाफ बोलने की किसी जनप्रतिनिधि में हिम्मत नहीं है। इसी का नतीजा है कि पीली गैंग के हौंसले आसमान पर हैं। महापौर की राजनीतिक मजबूरी समझी जा सकती है लेकिन निगमायुक्त भी या तो पीली गैंग के इस आतंकी रवैये से अनभिज्ञ हैं या उनकी शह पर गरीबों की रोजी-रोटी छीनने का यह खेल चल रहा है।

शहर का हर नागरिक इस पक्ष में है कि व्यस्ततम मार्ग अतिक्रमण और ठेले-गुमटी वालों के कब्जे से मुक्त होना ही चाहिए लेकिन दिन भर की कमाई सड़क पर फेंक देने का क्या औचित्य? नगर निगम ठेले वालों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिये ठेले जब्त करनं के साथ ही इतना भारी फाइन लगाए कि अगली बार नियमों की अवहेलना करने की कोई हिम्मत नहीं कर सके।

महापौर ने कहा ऐसी मनमानी की छूट नहीं दी है, कर्मचारियों पर कार्रवाई करेंगे।

महापौर पुष्यमित्र भार्गव को इस घटना की जानकारी दी तो उनका कहना था नियमों की अवहेलना करने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई के लिये कहा है लेकिन ठेले वालों का सामान फेंकने जैसी मनमानी बर्दाश्त नहीं होगी। निगमायुक्त से भी इस संबंध में चर्चा करुंगा और संबंधित निगमकर्मियों पर एक्शन भी लेंगे।

पूर्व पार्षद ने कहा गलत तरीका है ।

वरिष्ठ भाजपा नेता-पूर्व पार्षद कल्याण देवांग ने निगमकर्मियों द्वारा ठेला पलटने, सड़क पर फल फेंकने जैसी कार्रवाई को गलत बताया है। उनका कहना है ये कर्मचारी इस तरह के काम से भाजपा परिषद को बदनाम कर रहे हैं।यदि समझाइश के बाद भी ठेले वाले नहीं मान रहे हैं तो तगड़ा आर्थिक दंड वसूलना चाहिए।

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