महापौर ने निगम के डॉक्युमेंट डिजिटलाइजेशन कार्यो का अवलोकन।
जनता के लिये व जनता के भविष्य के लिये हो रहा है डॉक्युमेंट डिजिटलाइजेशन कार्य : महापौर।
नाम से भी दस्तावेजों को किया जा सकेगा सर्च।
इंदौर : नगर निगम इंदौर के डॉक्यूमेंट के डिजिटाइलेशन कार्यो का कार्य प्रगति पर है। सोमवार को महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने डिजिटलाइजेशन कार्य का अवलोकन किया। इस अवसर पर महापौर परिषद सदस्य राजेश उदावत, जनकार्य प्रभारी राजेन्द्र राठौर, सामान्य प्रशासन प्रभारी नंदकिशोर पहाडिया, अपर आयुक्त अभिलाष मिश्रा व अन्य उपस्थित थे।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि प्रधानमंत्री के डिजिटल भारत के सपने को पूरा करने का प्रयास इंदौर नगर निगम द्वारा किया जा रहा है। आने वाले 10 से 15 वर्ष के बाद नवीन तकनीक कैसी होगी, इसके ध्यान में रखते हुए, नगर निगम इंदौर द्वारा ग्रीन इंदौर, क्लीन इंदौर के साथ ही डिजिटल इंदौर को लेकर काम किया जा रहा है। नगर निगम के 90 लाख से अधिक दस्तावेजों को संरक्षित करने की कवायद के तहत फिलहाल भवन अनुज्ञा व लीज शाखा के दस्तावेजों को स्केन कर सुरक्षित करने का कार्य किया जा रहा है। शेष विभागों के दस्तावेजों को भी चरणबद्ध तरीके से संरक्षित करने का कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। उन्होने कहा कि इंदौर नगर निगम मप्र की पहली नगर निगम है, जहां पर इतने बडे पैमाने पर दस्तावेजों को सुरक्षित किया जा रहा है। जनता के लिये और जनता के भविष्य के लिये डॉक्यूमेंट के डिजिटाइलेशन का कार्य लगातार किया जा रहा है।
सूचना एवं प्रौद्योगिकी प्रभारी राजेश उदावत ने कहा कि नगर निगम इंदौर के दस्तावेज डिजिटलाइजेशन का कार्य प्रगति पर है, जिसके तहत वेब बेस्ड डीएमएस एप्लीकेशन के माध्यम से 90 लाख से अधिक महत्वपूर्ण दस्तावेजों व रिकार्डस का डिजिटलीकरण करने का कार्य जारी है, डिजिटलीकरण प्रक्रिया के दौरान संबंधित विभाग से दस्तावेज प्राप्त कर उन्हें स्केन करना, स्केन के दौरान कोई त्रुटि मिलती है तो उसका सुधार, फिर डेटा एन्ट्री कर, स्केन पेज की क्यूसी तैयार करना, निगम स्टाफ से क्यूसी व अनुमोदन कर सर्चेबल पीडीएफ का निर्माण किया जा रहा है, ताकि दस्तावेजो केा नाम के आधार से भी सर्च किया जा सके।