इंदौर : विश्व के 55 देशों के स्टूडेंट्स ने डीजे की धुनों पर थिरकते हुए एमरल्ड हाइट्स इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित 51वी राउंड स्क्वेयर इंटरनेशनल कांफ्रेंस को अंतिम सोपान तक पहुंचाया। एक सप्ताह तक शहर में रहे दुनिया के एक चौथाई देशों के स्टूडेंट्स ने इस दौरान इंदौर के साथ भारतीय संस्कृति को समझा, यहां की मेहमाननवाजी के साथ स्थानीय व्यंजनों का लुत्फ उठाया और कई दोस्त बनाए। सुखद स्मृतियों का पिटारा लेकर वे यहां से विदा हुए।
एमरल्ड हाइट्स इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक मुक्तेश सिंह ने बताया-यह इंदौर के लिए भी गौरव की बात रही कि विश्व के 55 देशों के स्टूडेंट्स यहा आए। इससे इंदौर का नाम विश्व के नक्शे पर पहचाना जाने लगा।
स्कूल के प्राचार्य सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि हर दिन बच्चों के लिए विभिन्न गतिविधियां और प्रेरक उद्बोधन हुए। मगर राउंड स्क्वेयर कांफ्रेंस का समापन युवाओं के जोश के साथ हुआ। डीजे की धुनों पर दुनियाभर से आए बच्चे थिरक रहे थे। अपने दोस्तों के साथ और यहां बनाए नए दोस्तों के साथ सबने इस लम्हे का खूब लुत्फ उठाया। सभी को अपने घर लौटने की खुशी थी, तो यहां बनाए दोस्तों से बिछड़ने का गम भी था। महात्मा गांधी के 150वें जन्म दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित इस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य विश्व बंधुत्व की भावना जगाना था, जिसमें यह आयोजन सफल रहा।
दोस्तों से बिछड़ने का गम।
अमेरिका के पाल्मेर ट्रिनिटी स्कूल के स्टूडेंट्स ग्रुप ने बताया कि हमें यकीन नहीं हो रहा कि इतनी जल्दी पूरा सप्ताह बीत गया। यहां बिताया हर दिन यादगार रहा। हमने नए दोस्त बनाए और उनसे बिछड़ना बुरा लग रहा है, लेकिन हम यहां से जाने के बाद भी संपर्क में रहेंगे। ब्रिटेन के किंग्सले स्कूल के स्टूडेंट्स का समूह ने बताया कि हमने यहां बहुत से दोस्त बनाए, जिसमें इंदौर के भी स्टूडेंट्स शामिल हैं। स्थानीय एमरल्ड हाइट्स के स्टूडेंट्स ने बीते एक सप्ताह तक हमारी बहुत मदद की। बीता सप्ताह शानदार रहा।
बहरहाल, तमाम सुनहरी यादों को समेटे विदेशों से आए स्टूडेंट्स और टीचर्स अपने – अपने वतन लौट गए, ये कहते हुए की मौका मिला तो इंदौर फिर आएंगे।