शादी में आई साली और सास के बैग से चोरी किए थे बीस लाख रुपए कीमत के जेवरात।
पुलिस ने आरोपी बहनोई को गिरफ्तार कर बरामद किए चोरी के आभूषण।
इंदौर : शादी में आये मेहमानों के बैग से लाखों के सोने व हीरे के जेवरात चोरी का पुलिस थाना लसुडिया नें पर्दाफाश करते हुए आरोपी को गिरफ्त में ले लिया है। पकड़े गए आरोपी ने अपनी साली और सास के बैग से कीमती जेवर चुराए थे। यही नहीं बाद में खुद ही थाने पहुंचकर रिपोर्ट लिखने का पुलिस पर दबाव भी बना रहा था। आरोपी के कब्जे से 20 लाख रुपये कीमत के सोने व हीरे के आभूषण बरामद कर लिए गए हैं।
ये था पूरा मामला :-
पुलिस थाना लसूड़िया पर दिनाँक 20.06.2025 को फरियादी प्रियंका तिवारी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह अपने रिश्तेदारों के साथ दस्तूर डिलाइट गार्डन में अपनी बहन की शादी में शामिल होने आई थी व शादी के बाद दिनाँक 19.06.2025 को निपानिया इन्दौर स्थित एक होटल में रूम लिया था। रात करीब 10.30 बजे रूम नं. 204 को लॉक कर ऊपरी फ्लोर पर खाना खाने चली गई। इसके बाद रात 01.30 बजे जब रूम में आकर देखा तो रूम में रखे उसके व मौसी के पर्स अस्त व्यस्त थे। पर्स चेक किया तो दोनो पर्स में से सोने व हीरे के आभूषण व नकदी करीब 9 हजार रुपये नही थे। कोई अज्ञात व्यक्ति रूम में रखे पर्स में से उक्त आभूषण व नगद रुपये चोरी कर ले गया है। फरियादी की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 736/2025 धारा 305 बी. एन. एस. का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
लसूड़िया पुलिस ने घटना स्थल व आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किये तथा होटल में मौजूद सभी स्टॉफ, फरियादी व उनके रिश्तेदारों से अलग – अलग पूछताछ की। तकनीकि जानकारी व पूछताछ के आधार पर फरियादी के बहनोई वरुण शुक्ला उम्र 40 साल नि. जेडीए विजय नगर ,घड़ी चौक जबलपुर की गतिविधियाँ संदिग्ध प्रतीत हुई। पूछताछ पर भी संदेही संतोषजनक जवाब नही दे पाया। संदेही के ड्राइवर ने भी पूछाताछ में संदेही की गतिविधियां संदिग्ध होना बताया। इसके बाद पुलिस ने संदेही को हिरासत लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने चोरी करना स्वीकार कर चोरी किये आभूषण अपने मित्र के घर कासा विलास कॉलोनी में छुपाना बताया। आरोपी की निशादेही पर उसके मित्र के घर से करीब 20 लाख रुपए कीमत के आभूषण बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी इतना शातिर था कि रिश्तेदारों को लेकर रिपोर्ट लिखवाने खुद थाने पहुंच गया था।वह पुलिस पर दबाव बना रहा था कि जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए ताकि उस पर शक न किया जा सके। प्रकरण में विवेचना के आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।