यूएई के आबूधाबी में किया जा रहा भव्य मंदिर व गुरुद्वारा का निर्माण

  
Last Updated:  June 29, 2023 " 05:18 am"

दुबई में कारोबार के लिए स्थानीय भागीदारी अब अनिवार्य नहीं : डॉ. मतलानी

इंदौर : बीते कुछ वर्षों में इस्लामिक देश यूएई के साथ भारत के रिश्ते बहुत प्रगाढ़ हुए हैं।ये उसी का असर है की वहां बसे हिंदू समुदाय की आकांक्षाओं को पूरा करते हुए आबूधाबी में एक भव्य मंदिर और विशाल गुरूद्वारे का निर्माण कार्य प्रगति पर है। पूर्व से स्थापित मंदिर एवं गुरूद्वारे में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आ रहे हैं।

दुबई में पहले से स्थापित है गुरुद्वारा और मंदिर।

यह जानकारी दुबई की अनेक संस्थाओं से जुड़े जेएम ग्लोबल ग्रुप ऑफ़ कम्पनीज के चेयरमैन डॉ. जितेंद्र मतलानी ने दी। स्टेट प्रेस क्लब, म.प्र. के ‘संवाद’ कार्यक्रम ‘ रूबरू ‘ में डॉ. मतलानी ने बताया कि दुबई में कॉरिडोर ऑफ़ टॉलरेंस में सात चर्च, एक मंदिर और एक गुरूद्वारा है। वर्ष 2012 में जबेल अली एरिया में गुरूद्वारा गुरूनानक दरबार की स्थापना हुई। करीब 25 हजार वर्गफीट क्षेत्र में बने भव्य गुरुद्वारे में प्रतिदिन 12 से 15 हजार श्रद्धालु दर्शन एवं लंगर ग्रहण करने आते हैं। गुरुद्वारे के समीप ही गत वर्ष लगभग 250 करोड़ की लागत से आकर्षक मंदिर की स्थापना की गई। मंदिर में दर्शन पूजन प्रसादी के साथ नामकरण यज्ञोपवीत एवं विवाह भी होते हैं। मंदिर में सभी प्रमुख भगवानों की प्राण प्रतिष्ठा की गई है।

अबुधबी में बन रहा भव्य स्वामीनारायण मंदिर।

डॉ. मतलानी ने बताया कि दुबई के साथ ही नज़दीकी आबूधाबी में बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) का भव्य कलात्मक मंदिर भी आकार ले रहा है। मंदिर निर्माण में लाल पत्थर राजस्थान से एवं मार्बल इटली से लाया गया है। मंदिर की लागत 900 करोड़ रुपये है। मंदिर परिसर करीब 27 एकड़ का है। इसका शुभारंभ फ़रवरी 2024 में अपेक्षित है। इस मंदिर की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2018 में रखी थी। यूएई के प्रवासी भारतीयों की अपेक्षा है कि मंदिर का लोकार्पण भी प्रधानमंत्री मोदी के हाथों ही हों। उन्होंने बताया कि आबूधाबी में एक अन्य विशाल गुरूद्वारे की आधारशिला भी रख दी गई है। आबूधाबी के राजा ने गुरूद्वारे के लिए ढाई लाख वर्गफीट जमीन अपनी तरफ से भेंट की है। हाल ही में गुरूपर्व के शुभ अवसर पर गुरूद्वारे का निर्माण कार्य तेजी से प्रारम्भ हो गया है।

दुबई के साथ हो रहा 73 बिलियन डॉलर का कारोबार।

मूल रूप से इंदौर निवासी डॉ. मतलानी ने बताया कि भारत के अनेक उद्योगपति दुबई में अपना कारोबार बढ़ा रहे हैं। रियल एस्टेट, क्रूड ऑइल, डायमंड ज्वेलरी, गोल्ड ज्वेलरी, मसाले, हेंडीक्राफ्ट, फ़ूड फ्रूट्स एवं वेजीटेबल्स, कंस्ट्रशन, हैवी मशीनरी आदि क्षेत्रों में करीब 73 बिलियन डॉलर का कारोबार हो रहा है। दूसरी तरफ दुबई की रॉयल फैमिली के लोग भी भारत में कारोबार के लिए तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं।

दुबई में कारोबार के लिए अब पार्टनर जरूरी नहीं।

उन्होंने साफ़ किया कि अब दुबई में कारोबार के लिए दुबईवासी को पार्टनर बनाने की जरूरत नहीं पड़ती। वर्ष 2002 के पहले नॉमिनल फीस देकर 51 प्रतिशत का भागीदार बनाया जाता था। अब कोई भी अपना कारोबार खुद कर सकता है।

मोदी के पीएम बनने के बाद बढ़ा है भारतीयों का सम्मान।

डॉ. मतलानी ने बताया कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद दुबई सहित विदेशों में भारत एवं भारतीयों के मान सम्मान में बढ़ोतरी हुई है। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत में जब-जब सांप्रदायिक तनाव बढ़ता है उसका असर मुस्लिम देशों में देखने को मिलता है। सांप्रदायिक तनाव फैलानेवालों को यह ध्यान रखना चाहिए कि मुस्लिम देशों में भी बड़ी तादाद में भारतीय नागरिक रहते हैं।

कोरोना काल में की भरपूर मदद।

बता दें कि डॉ. मतलानी ने कोरोना काल में स्वयं के खर्च से 450 से अधिक इंदौरवासियों को विशेष प्लेन से दुबई से इंदौर भेजा था।यही नहीं 200 से अधिक ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर भारत में भेजे थे, जिनमें 50 मप्र को दिए थे। डॉ. मतलानी दुबई में 15 बड़ी सामाजिक, व्यावसायिक एवं समाजसेवी संस्थाओं की अगुवाई कर रहे हैं। डॉ. मतलानी ने बताया कि कोरोना काल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उनकी चर्चा होती थी।

प्रारम्भ में स्टेट प्रेस क्लब, मप्र की तरफ से संजीव आचार्य, प्रवीण कुमार खारीवाल,मनोहर लिम्बोदिया,रचना जौहरी,रवि चावला एवं सुदेश गुप्ता ने डॉ. मतलानी का स्वागत कर स्मृति चिन्ह भेंट किया। अभिषेक बड़जात्या ने आभार माना।

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