इंदौर : संझा लोकस्वामी के प्रबंध सम्पादक जीतू सोनी के पुत्र अमित सोनी को पलासिया पुलिस ने 5 दिन की रिमांड के बाद शुक्रवार दोपहर पुनः जेएमएफसी मनीष भट्ट की अदालत में पेश किया। पुलिस ने 13 दिसंबर तक का फिर से रिमांड मांगा पर अदालत ने 9 दिसंबर तक का ही रिमांड स्वीकृत किया।
अन्य मामलों में कोर्ट परिसर में ही ली गिरफ्तारी।
अमित सोनी की पेशी के दौरान उनकी ओर से पेश अभिभाषकों ने पुलिस की रिमांड बढ़ाए जाने की मांग का कड़ा विरोध किया। पुलिस ने अलग- अलग थानों में कुल 6 प्रकरण अभी तक अमित सोनी के खिलाफ दर्ज किए हैं।
सोनी के वकील श्री अध्यारु ने बताया कि पुलिस हर मामले में अलग- अलग गिरफ्तारी दर्शाकर रिमांड लेना चाहती थी पर हमने अदालत से आग्रह किया कि अन्य मामलों में भी गिरफ्तारी की प्रक्रिया यहीं पूरी कर ली जाए। अदालत ने हमारे आग्रह को मानते हुए अन्य मामलों में भी गिरफ्तारी दर्ज करने का आदेश पुलिस को दिया। इसके बाद पुलिस ने कोर्ट परिसर में ही विभिन्न थानों में दर्ज प्रकरणों में अमित सोनी की गिरफ्तारी लेकर कोर्ट को सूचित किया।
अभिभाषक श्री अध्यारु ने बताया कि पुलिस ने पलासिया के अलावा एमआईजी, कनाड़िया, तेजाजी नगर और मल्हारगंज थाने में अमित सोनी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज किए हैं। पलासिया थाने में दो मामले दर्ज किए हैं। सुनवाई के बाद अदालत ने 9 दिसंबर तक का अतिरिक्त पुलिस रिमांड स्वीकृत कर आदेश पारित किया।
उनके परिवार को खत्म करना चाहता है पुलिस- प्रशासन।
कोर्ट से बाहर लाए जाने के बाद जब वहां मौजूद पत्रकारों ने अमित सोनी से सवाल किए तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हनी ट्रैप से जुड़ी खबरें प्रकाशित करने के चलते जिला व पुलिस प्रशासन उनके खिलाफ मनमानी कार्रवाई कर रहा है। अमित ने आरोप लगाया कि पुलिस उनके परिवार को खत्म करने पर आमादा है। इस बीच पुलिस उन्हें धकेलते हुए ले गई और गाड़ी में बिठाकर रवाना कर दिया।