इंदौर : नागरिकता संशोधन कानून के साथ ही एनआरसी और एनपीआर को लेकर मचे बवाल के बीच बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मुस्लिम समुदाय के मन में बैठी आशंकाओं का समाधान करने की पहल की। उन्होंने बुधवार रात एक होटल में मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों और प्रबुद्धजनों और नेताओं को आमंत्रित कर उनसे चर्चा की।
श्री विजयवर्गीय के साथ बीजेपी नगर अध्यक्ष गोपी नेमा, विधायक रमेश मेंदोला, उपाध्यक्ष कमल वाघेला, बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के नेता नासिर शाह, मंजूर अहमद, कमाल खान व अन्य सदस्य मौजूद थे। बोहरा समाज के प्रतिनिधियों ने भी बैठक में शिरकत की।
कैलाश विजयवर्गीय ने नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और एनआरसी से जुड़े हर सवाल का जवाब दिया। कुछ युवाओं के बेतुके तर्कों पर वे नाराज भी हुए लेकिन उन्होंने धैर्य के साथ सभी आशंकाओं का समाधान करते हुए मुस्लिम समुदाय को भरोसा दिलाया कि सीएए, एनपीआर से घबराने की जरूरत नहीं है। सीएए धार्मिक आधार पर पाकिस्तान, अफगानिस्तान व बांग्लादेश में प्रताड़ित होकर आए शरणार्थियों को नागरिकता देने का कानून है। देश के किसी भी नागरिक से इसका कोई ताल्लुक नहीं है। एनपीआर को लेकर कैलाशजी ने साफ किया कि इसमें कोई दस्तावेज नहीं मांगा जाएगा। जो जानकारी आप देंगे वही दर्ज की जाएगी। एनआरसी को लेकर उन्होंने कहा कि इसे सरकार ने नहीं बनाया। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इसे असम में लागू किया गया। इसमें भी ट्रिब्यूनल जाने का विकल्प है। उसका खर्च भी सरकार उठा रही है। उन्होंने साफ किया कि राष्ट्रीय स्तर पर एनआरसी लागू करने का फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है।
कैलाशजी ने बैठक में उपस्थित प्रबुद्धजनों को आश्वस्त किया कि इंदौर के अल्पसंख्यकों के साथ खड़े हैं। उन्हें किसी भी तरह की परेशानी वे आने नहीं देंगे।
सीएए, एनपीआर और एनआरसी को लेकर व्याप्त आशंकाओं का कैलाशजी ने किया समाधान
Last Updated: December 26, 2019 " 03:06 pm"
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