इंदौर : कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका में रंगपंचमी पर निकलने वाली गेर पर तो जिला प्रशासन ने पाबन्दी लगा दी पर इससे शहर के बाशिंदों के उत्साह पर खास फर्क नहीं पड़ा। लोग छोटे- छोटे समूहों में राजवाड़ा चौक पहुंचे और सूखे रंग उड़ाकर व नाच- गाकर अपने उल्लास को अभिव्यक्त किया। इनमें युवाओं की संख्या ज्यादा थी। कोरोना के भय को दरकिनार कर उन्होंने जमकर रंग पंचमी मनाई।
शहर के गली- मोहल्लों, बस्तियों, कॉलोनियों और बहुमंजिला इमारतों में रहने वाले लोगों ने भी एक- दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर रंगपंचमी की रंगारंग खुशियों को अभिव्यक्त किया।ज्यादातर बच्चों की परीक्षाएं खत्म होने से वे भी रंगों की धमाल मचाने में पीछे नहीं रहे। सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर ढलने तक रंग खेलने का सिलसिला चलता रहा।
ठंडाई की दुकानों पर लगा रहा मजमा।
रंगपंचमी पर भंग- घोटे की दुकानों पर मजमा लगा रहा। रंग खेलने के साथ लोग ठंडाई का भी लुत्फ लेते देखे गए। महिलाएं भी इसमें पीछे नहीं रहीं। उधर दास बगीची में भी भंग छानने वालों की भीड़ जुटी रही। यहां परम्परागत तरीके से भंग घोटी गई और वितरित की गई।
सुरक्षा के रहे पुख्ता इंतजाम।
कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका के मद्देनजर पुलिस भी अलर्ट मोड़ पर रही। जहां भी लोगों का जमाव नजर आया, पुलिस समझाइश देकर उन्हें आगे बढाती रही। लगातार लोगों से आग्रह किया जाता रहा कि वे भीड़ लगाकर खड़े न रहें। हुड़दंगियों पर खास नजर रखी जा रही थी। जगह- जगह बेरिकेटिंग कर शराब पीकर वाहन चलाने वालों की चेकिंग की जा रही थी। जो भी शराब का सेवन कर वाहन चलाते पाए गए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई।