Category Archives: खेल

संघर्ष की पराकाष्ठा में पंजाब बना किंग

Last Updated:  Sunday, October 25, 2020  5:01 pm

♦️ नरेंद्र भाले ♦️ अपने अस्तित्व के लिए संघर्षरत किंग्स इलेवन पंजाब और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच हुआ घमासान रोमांच के शिखर पर जाकर संपन्न हुआ। पल पल गिरगिट की तरह रंग बदलते इस मैच में अंत तक किंग्स को पता नहीं था कि वह मैच जीत जाएंगे जबकि दूसरी तरफ हैदराबाद ने सपने में भी नहीं सोचा था कि उन्हें पराजय का मुंह देखना पड़ेगा।वास्तव में पंजाब को गुमान भी नहीं था कि मयंक अग्रवाल की अनुपस्थिति में उनकी और पढ़े

इसे कहते हैं अल्टीमेट बेइज्जती…!

Last Updated:  Saturday, October 24, 2020  4:36 pm

🔹 नरेंद्र भाले 🔹 हवेली बता रही है कि इमारत कभी बुलंद थी। उपरोक्त जुमला धोनी की बर्बादी को दर्शाने के लिए पर्याप्त है। अपने चरम पर जिसने सौरव गांगुली , राहुल द्रविड़ , वीवीएस लक्ष्मण और नजफगढ़ के सुल्तान वीरेंद्र सहभाग को जिस अंदाज में घर बैठने के लिए मजबूर कर दिया वह अपनी करनी की वजह से ही आज खून के आंसू रो रहा है।कहते हैं कि जिसकी चलती है उसी की दुकान पर मोमबत्ती जलती है। अपवाद और पढ़े

विजय जेसन पांडे….पूरा नाम….

Last Updated:  Friday, October 23, 2020  5:30 pm

♦️ नरेंद्र भाले ♦️ बरबस अग्निपथ के उस जुमले की याद आ गई। विजय दीनानाथ चौहान…… पूरा नाम। ऐसा ही हुआ कल जो कहते हैं कि नाम में क्या रखा है ,बहुत कुछ है भाई इसमें। टॉस जीतने के बाद लय में लग रहे हैं रॉबिन उथप्पा ने अचानक जेसन होल्डर के हाथों रन आउट के रूप में आत्महत्या कर ली क्योंकि वहां रन था ही नहीं। लेकिन बंदा जोश में होश खो बैठा।बेन स्टोक्स तथा संजू सैमसन ने जमावट और पढ़े

अद्भत, विलक्षण, करिश्मासाज सिराज..!

Last Updated:  Friday,   5:28 pm

♦️ नरेंद्र भाले ♦️ देर रात नींद नहीं आ रही थी। टहलने निकल गया। सुनसान रास्ते पर अचानक किसी ने पुकारा। पूरे शरीर में सिरहन दौड़ गई। संपट भूल गया था फिर भी रुक गया। पलट कर डरते डरते पूछ लिया कौन हो भाई क्या चाहते हो ? उधर से जवाब आया मैं रामसे पहचाना? दिल तो नहीं मान रहा था लेकिन दिमाग में रामसे नाम हथौड़े के मानिंद दस्तक दे रहा था। कॉलेज के दिन याद आ गए , और पढ़े

चतुर्वेदी बनने चले थे, द्विवेदी भी नहीं बन पाए..!

Last Updated:  Wednesday, October 21, 2020  6:13 pm

🔹 नरेंद्र भाले 🔹 वह संभावनाओं से इतना ज्यादा लबरेज है कि उससे ज्यादा विशेषण किसी क्रिकेटर के पास नहीं है।जनाब माही,,कैप्टन कूल ,मैच फिनिशर और न जाने क्या-क्या। सबसे ऊपर है ब्रांड का सांड ,जो नवजात उत्पादकों को बाजार में आने का मौका ही नहीं दे रहा है । उसे हम एमएसडी के नाम से भी जानते हैं। यहां तो विराट भी उनके सामने ब्रांड के मामले में बौना ही है।खेल के मुद्दे पर आते हैं, कप्तान खुद (39) और पढ़े

बुझे हुए हुक्के गुड़गुड़ाए नहीं जाते

Last Updated:  Monday, October 19, 2020  7:15 pm

♦️ नरेंद्र भाले ♦️ बाबा आदम के जमाने की कहावत है कि बुझे हुए हुक्के गुड़गुड़ाए नहीं जाते। इसे चरितार्थ किया चेन्नई सुपर किंग्स ने। गुड- गुड की आवाज तो नहीं आई केवल धुआं ही निकलता रहा। क्रिकेट में तो जुमला ही है कि पकड़ो कैच, जीतो मैच लेकिन चेन्नई ने नई कहावत बना दी की छोड़ो कैच और हारो मैच।एक ही बंदे के यदि 4 कैच छोड़ोगे तो वह भरतनाट्यम नहीं सिर पर तांडव ही करेगा। शिखर धवन ने और पढ़े

हैंगओवर, वह भी सुपर से ऊपर

Last Updated:  Monday,   7:10 pm

♦️ नरेंद्र भाले ♦️ शनिवार की पार्टी का हैंगओवर रविवार तक बना रहता है और उसके बाद दिन बड़ी अल मस्ती से गुजरता है। यहां तो रविवार के रोमांच की मस्ती दिनभर उतरने का नाम नहीं ले रही है। दो पटियाला का सुरूर ऊपर से डबल सुपर ओवर का ट्रिपल हैंगओवर , अभी भी सिर भन्ना रहा है , कोई तो लेमन जूस की पूरी बोतल लाओ यार। देखने वालों का हाल है तो खेलने वाले किस दौर से गुजर और पढ़े

डिविलियर्स नहीं डिलिवर्स कहिए जनाब

Last Updated:  Monday,   7:03 pm

🔹 नरेंद्र भाले 🔹 मशहूर फोक गीत है राजस्थान का ‘रंगीलो मारो ढोलणा’ रे …..आयो रे …आयो रे …….लेकिन रॉयल ने वाकई रायता ढोलकर इसे रंगहीन बना दिया।जैसा कि अनुमान था पहली बार उद्घाटक बल्लेबाज के रूप में रॉबिन उथप्पा मैदान में उतरे और 7 चौके एवं 1 छक्के की मदद से 41 रन बना गए लेकिन दूसरे छोर पर जीरो बटे सन्नाटा रहा। फिंच (15) तथा संजू (9 ) सैमसन नहीं बन पाए।बंदा लगातार फेल होने का इमानदारी से और पढ़े

डार्क हॉर्स नहीं, खिताब की प्रबल दावेदार है दिल्ली कैपिटल

Last Updated:  Thursday, October 15, 2020  9:49 pm

♦️ नरेंद्र भाले ♦️ एक आकर्षक एवं लुभावने मिश्रण का नाम है दिल्ली कैपिटल। तरुणाई और अनुभव का ऐसा तालमेल जो लक्ष्य दे भी सकता है और हासिल भी कर सकता है। चतुर व्यापारी की तरह कमरन पूंजी में भरपूर लाभ कमाने में उस्ताद है।बेहद जानलेवा आगाज किया जोफ्रा आर्चर ने। मैच की पहली ही गेंद लगभग 150 किलोमीटर की रफ्तार से पृथ्वी शॉ के स्टंप ले उड़ी। आर्चर को अनुभवी अजिंक्य राहणे भी समझ नहीं पाए तथा अपना विकेट और पढ़े

राख के ढेर में शोला भी है, चिंगारी भी

Last Updated:  Thursday,   9:46 pm

♦️ नरेंद्र भाले ♦️ प्रयोग एक ऐसी बला है जो सफल हो जाए तो साहसिक कदम होता है और फंस जाए तो अनावश्यक। धोनी ने हैदराबाद के साथ यही किया। सफल जोड़ी तोड़कर उन्होंने वाटसन की जगह डुप्लेसिस के साथ सैम करेन को उतारा। इस स्पर्धा में 300 रन धारी डुप्लेसिस खाता भी नहीं खोल पाए जबकि करेन ने तीन चौके तथा दो छक्कों के साथ मात्र 20 गेंदों में 31 रन ठोंक दिए।डुप्लेसिस को पारी की पहली गेंद पर और पढ़े