♦️ नरेंद्र भाले ♦️
देर रात नींद नहीं आ रही थी। टहलने निकल गया। सुनसान रास्ते पर अचानक किसी ने पुकारा। पूरे शरीर में सिरहन दौड़ गई। संपट भूल गया था फिर भी रुक गया। पलट कर डरते डरते पूछ लिया कौन हो भाई क्या चाहते हो ? उधर से जवाब आया मैं रामसे पहचाना? दिल तो नहीं मान रहा था लेकिन दिमाग में रामसे नाम हथौड़े के मानिंद दस्तक दे रहा था। कॉलेज के दिन याद आ गए , कहीं यह वह तो रामसे नहीं जिसने 2 गज जमीन के नीचे फिल्म बनाई थी ? सारा शरीर कांप उठा फिर भी हिम्मत करके पूछा क्या तुम वही हो। जवाब आया मैं ही हूं भाई। अरसा हो गया अच्छी पटकथा नहीं मिली और उसी की तलाश में निकला हूं। मैंने देखा है तुम्हें देर रात उल्लू की तरह टीवी देखते हुए सोचा शायद तुम से ही कुछ नया मिल जाए। अपनी जान बचाते हुए मैंने कोलकाता नाइट राइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बंगलुरु के मैच के विवरण के कागज श्रीमंत रामसे के हाथों में सौंप कर घर की तरफ सरपट दौड़ लगा दी। पीछे से आवाज आई हीरो का नाम तो बता दे भाई। मैंने दौड़ते दौड़ते कहा मोहम्मद सिराज।
बस ऐसा ही कुछ कल के मैच में हुआ top 4 में आने के लिए उतावले केकेआर के सामने विराट की रॉयल टीम खड़ी थी। सिक्के की उछाल में बाजी मार कर मोरगन ने बल्लेबाजी को चुना और चार ओवर में ही पता चल गया कि उन्होंने कुल्हाड़ी पर पैर मार ली है।
सपनों के राजकुमार के रूप में मोहम्मद सिराज ने गेंद थामी और मात्र दो ओवर में दो मैडन फेंकते हुए राहुल त्रिपाठी और नीतीश राणा को निकाल लिया । दूसरी तरफ नवदीप सैनी ने शुभमन गिल का अशुभ कर दिया। टॉम बेनटन ने चौका मारकर एहसास करवाया कि वह जिंदा है और अगले ही पल तीसरे शिकार के रूप में सिराज की भेंट चढ़ गए। पावर प्ले में मात्र 17 रन और ऊपर के चार पाताल में। रही सही कसर युज़वेंद्र चहल एवं वाशिंगटन सुंदर ने पूरी कर बल्लेबाजों का जनाजा निकाल दिया।
खौफजदा कमिंस- कार्तिक कुछ भी नहीं कर पाए जबकि दूसरे छोर पर कप्तान मोरगन डूबती और छलनी हुई नय्या में 30 रनों का थेगला लगा गए । जैसे तैसे फर्ग्यूसन तथा कुलदीप ने पंक्चर गाड़ी को 84 तक पहुंचाया। जैसी उम्मीद थी जवाबी हमले पर कुछ भी लिखना शब्दों को जाया करना है।
पहले देवदत्त (25) और बाद में गुरकीरत (नाबाद 21) के साथ कोहली (18) ने 40 गेंद पहले ही कोलकाता नाइट राइडर्स के भ्रम को चूर चूर कर दिया। फिर वही लौटते हैं जहां से इस भयावह घटनाक्रम का आगाज हुआ। दो ओवर ,दो मेडन एवं दो विकेट से मोहम्मद सिराज ने इस हॉरर फिल्म का मुहूरत किया था और 4 ओवर दो मेडन 8 रन एवं तीन विकेट से इसका समापन भी। कम से कम टी-20 में ऐसा कारनामा कभी सुना नहीं जिसका अभूतपूर्व नजारा कल देखने को मिला। ऊपर दिए गए आंकड़े सिराज के कहर को महसूस करने के लिए ही पर्याप्त है। निश्चित ही इस पटकथा से रामसे बंन्धू भी प्रसन्न होंगे और फिल्म का नाम होगा अद्भुत विलक्षण करिश्मा साज सिराज।