भारत के पास है प्रचुर प्रतिभा और वैश्विक नेतृत्व क्षमता : शेख मंसूर अल थानी
समावेशी और उद्देश्य परक संस्कृति को दें बढ़ावा : बीएस नागेश । नवाचार के लिए बनाएं अनुकूल वातावरण: डॉ. डेविश जैन। वैश्विक शांति और विकास में भारत का अहम योगदान : सिद्धार्थ राजहंस। प्रेस्टीज प्रबंध संस्थान द्वारा `चेंजिंग बिजनेस पैराडाइम्स’ पर दो-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस की शुरुआत। इंदौर: किसी राष्ट्र का विकास उसकी प्रतिभा की गुणवत्ता पर निर्भर करता है। अर्थव्यवस्था के मामले में 20 साल पहले और अब की दुनिया में बहुत अंतर् आ चूका है। यह बात एमबीके होल्डिंग्स, और पढ़े