सुर साम्राज्ञी को इंदौर की सुरीली गायिकाओं ने पेश की स्वरांजलि
लता दीदी को इंदौर न ला पाने का अफसोस हमेशा रहेगा- कैलाश विजयवर्गीय “आप अक्षरों की तरह अक्षर,स्वरों की तरह शाश्वत और आत्मा की तरह अजर- अमर रहेंगी। ” ये शब्द उन भावनाओं की अभिव्यक्ति है, जो सुरों की देवी लता मंगेशकर के लिए हर हिन्दुस्तानी के दिल से निकलती है। देवी अहिल्याबाई होलकर के बाद लता मंगेशकर ही वो शख्सियत है जिन्होंने देश और दुनिया में इंदौर के नाम को स्थापित किया। आज हम इंदौरी गर्व से कहते हैं और पढ़े