Category Archives: मेरे विचार

स्टेट प्रेस क्लब के भारतीय पत्रकारिता महोत्सव में जुटेंगे देशभर के दिग्गज पत्रकार

Last Updated:  Saturday, March 19, 2022  9:31 pm

इंदौर : स्टेट प्रेस क्लब, मप्र के बैनर तले 14 वे तीन दिवसीय भारतीय पत्रकारिता महोत्सव का आयोजन आगामी 14 से 16 अप्रैल तक किया जा रहा है। इंदौर के रवींद्र नाट्य गृह में होने वाले पत्रकारिता के इस वैचारिक महाकुंभ में देशभर के प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया के दिग्गज पत्रकार और विषय विशेषज्ञ शिरकत कर पत्रकारिता से जुड़े विभिन्न आयामों पर चर्चा करेंगे।विशिष्ट उपलब्धि हासिल करने वाले पत्रकारों का इस अवसर पर सम्मान किया जाएगा वहीं स्मारिका का और पढ़े

चुनाव परिणामों ने बढाया बीजेपी का आत्मविश्वास, राष्ट्रीय दल बनने की राह पर आम आदमी पार्टी

Last Updated:  Friday, March 11, 2022  4:52 pm

महीनों की गहमागहमी, जद्दोजहद व आरोप-प्रत्यारोपों के बाद अंततः दस मार्च को पाँच राज्यों के चुनाव परिणामों की घोषणा चुनाव आयोग ने कर दी। किसी के लिए ये परिणाम अप्रत्याशित रूप से निराशाजनक रहे वहीं कुछ लोगों के लिये लॉटरी निकलने जैसे रहे।इन चुनावों की सबसे बड़ी विशेषता रही कि मतदाता के मन में क्या है, यह बात जानने के लिए विशेषज्ञों के पास कोई बैरोमीटर नहीं था। मूक मतदाता ने सभी नेताओं को घनचक्कर बना कर रख दिया था। और पढ़े

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की फील्ड रिपोर्टिंग में नाज़ ने बनाया ऊंचा मुकाम

Last Updated:  Tuesday, March 8, 2022  6:44 pm

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष। नब्बे के दशक तक देश, प्रदेश और शहर में मीडिया के नाम पर केवल प्रिंट मीडिया का बोलबाला था। न इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का दखल था और सोशल मीडिया शब्द तो अस्तित्व में ही नहीं था। अर्थव्यवस्था के उदारीकरण के साथ नई तकनीक का आगमन होने लगा और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज करानी शुरू कर दी। 1995 के बाद इलेक्ट्रॉनिक मीडिया तेजी से पैर पसारने लगा। नए- नए राष्ट्रीय और प्रादेशिक चैनलों ने और पढ़े

अपने ही वजूद की तलाश में जीवन यात्रा पूरी कर लेती है नारी…!

Last Updated:  Tuesday,   3:34 pm

महिलाओं को हमेशा अनेक कसौटियों पर तौला जाता है। बेटी, बहू, माँ, सास, दादी, नानी इन सब किरदारों को जीते-जीते वह स्वयं के लिए जीना भूल जाती है। नारी को सभी देखते हैं, पर उसके भीतर छुपे मनोभाव, दर्द, पीड़ा, अकेलापन, घुटन, संत्रास इत्यादि को कोई नहीं समझता। उसकी खुशी पर हमेशा ही समाज शंकित निगाहें रखता है। जब कभी वह प्रेम की ओर अग्रसर होती है, या स्वहित के लिए कोई निर्णय लेती है, बंधनों को तोड़कर ऊँचे आसमान और पढ़े

सतरंगी सी है वो, हर रंग में ढल जाती है…

Last Updated:  Tuesday,   3:13 pm

वो कहानी है, वो क़िस्सा हैपर हर एक की ज़िंदगी कावो अटूट हिस्सा है।कभी बहारों सी खुश होती हैतो कभी आँखों सेबरसात की तरह बह जाती है।कभी कठोर भी हो जाती हैतो कभी भावनाओं मेंहर बात कह जाती है।सतरंगी सी है वो,हर रंग में ढल जाती हैकुछ अतरंगी सी भी है वोजो सुबह के आकाश सीनिखर जाती है।कोई पहेली नहीं है वो,मानो तो सब कुछ है वोऔर न मानो तोअकेली भी नहीं है वो। कीर्ति सिंह गौड़

बतौर एंकर मीनल ने बनाई अलग पहचान

Last Updated:  Friday, March 4, 2022  9:43 pm

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष :- राजेन्द्र कोपरगांवकर चेहरे पर हमेशा खिली रहने वाली मुस्कान, बातचीत में झलकती सौम्यता, आत्मविश्वास से भरा व्यक्तित्व और काम के प्रति समर्पण। एक ऐसी शख्सियत जिसकी उपस्थिति से ही माहौल खुशनुमा हो जाता है। हम बात कर रहे हैं हमारी लम्बे समय तक सहयोगी रहीं मीनल जैन की। एंकरिंग में बनाई अलग पहचान। ओटीजी चैनल से करीब 16-17 वर्ष पूर्व एंकर के बतौर अपना कैरियर शुरू करने वाली मीनल ने बाद में एसआर टाइम और पढ़े

आखिर पर्दे के पीछे चले ही गए जेपी चौकसे

Last Updated:  Wednesday, March 2, 2022  3:22 pm

प्रवीण कुमार खारीवाल बीते सात दिनों में दो मर्तबा जयप्रकाश चौकसे जी ने चौकाया। पिछले हफ्ते ही उन्होंने अपने मकबूल और बेमिसाल कालम ‘पर्दे के पीछे’ को विराम देने की सूचना जगजाहिर की और बुधवार सुबह उनके नहीं रहने की खबर ने मन द्रवित कर दिया। म.प्र. के बुरहानपुर कस्बे से इंदौर आकर चौकसे जी ने पहले अंग्रेजी शिक्षा में महारत हासिल की। उसके बाद फिल्म वितरण व्यवसाय में हाथ आजमाया। गुजराती कला और विज्ञान महावद्यालय में उन्होने कई होनहार और पढ़े

ध्यान में मग्न होकर एकाग्र होने की प्रेरणा देते हैं देवाधिदेव महादेव

Last Updated:  Tuesday, March 1, 2022  4:39 pm

शिव ईश्वर का सत्यम-शिवम-सुंदरम रूप है। शिव वो है जो सहजता एवं सरलता से सुशोभित होते है। वे ऐसे ध्यानमग्न योगीश्वर है जो नीलकंठ बनकर अपने भीतर विष को ग्रहण किए हुए है और भुजंगधारी बनकर विष को बाहर सजाए हुए हैं। इसके बावजूद उमापति की एकाग्रता, शांतचित्त रूप और ध्यान में कहीं भी न्यूनता परिलक्षित नहीं होती। वैभव देने वाले भोलेनाथ स्वयं वैरागी रूप में विराजते हैं। सृष्टि के कल्याण के लिए शांत भाव और सहजता से विषपान को और पढ़े

एकीकृत सोवियत संघ का सपना देख रहे हैं पुतिन

Last Updated:  Sunday, February 27, 2022  9:18 pm

अभिलाष शुक्ला रूस के साथ आमने-सामने के युद्ध में यूक्रेन कितना ठहर पाएगा, यह उन सभी लोगों को मालूम था जिनकी अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों में दिलचस्पी है। एक समय सोवियत यूनियन और संयुक्त राष्ट्र अमेरिका विश्व की सबसे बड़ी शक्तियाँ थीं, जिनके बीच द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद कभी युद्ध तो नहीं हुआ परन्तु एक दूसरे के मोहरों को जरूर पीटते रहे। इसी प्रतिद्वंद्विता के कारण इन महाशक्तियों के मध्य तनाव को शीतयुद्ध का नाम दिया गया।तब हम अखबारों में पढ़ते रहते और पढ़े

यूक्रेन पर हमला महाशक्तियों की विस्तारवादी नीतियों का द्वंद है..!

Last Updated:  Friday, February 25, 2022  7:20 pm

*अभिलाष शुक्ला* चार माह से ज्यादा की ऊहापोह के बाद आखिरकार रुस ने यूक्रेन पर हमला बोल ही दिया।। दरअसल यूक्रेन, सोवियत संघ के विखंडन से पहले उसी का हिस्सा था। विखंडन के बाद भी रूस का ही प्रभाव अलग हुए सभी देशों पर रहा है। इस बीच नाटो के माध्यम से अमेरिका अपनी मंडली का विस्तार करता रहा है। दस देशों के समूह से शुरू हुए नाटो का यह विस्तार अब तीस देशों तक जा पहुँचा है और यूक्रेन और पढ़े