इंदौर : प्रशासन की तिरछी नजर अब कम्प्यूटर बाबा के सहयोगियों पर पड़ गई है। मंगलवार को बाबा के निकट सहयोगी रमेश तोमर के अवैध निर्माणों को जिला प्रशासन ने पुलिस व नगर निगम के सहयोग से ढहा दिया। नगर निगम का अमला सुबह ही मूसाखेड़ी के पास इदरिस नगर में पहुंच गया था। यहां जेसीबी की मदद से रमेश तोमर के छह मकान और एक गार्डन को 2 घंटे की रिमूवल की कार्रवाई में जमींदोज कर दिया गया।
नगर निगम की उपायुक्त और रिमूवल विभाग की प्रभारी लता अग्रवाल ने बताया कि पांचों मकान अवैध रूप से बनाए गए थे। एक मकान निर्माणाधीन था वही एक गार्डन पर बने हुए शेड को भी तोड़ा गया। तोमर को नगर निगम ने पहले ही अवैध निर्माण हटाने का नोटिस जारी किया था। श्रीमती अग्रवाल ने बताया कि रमेश तोमर के यहां लगे हुए तीन मोबाइल टावरों को भी हटाने की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस पूरी कार्रवाई में चार पोकलेन और चार जेसीबी को लगाया गया था। मौके पर कार्रवाई का किसी ने विरोध नहीं किया।
पुराना हिस्ट्रीशीटर है तोमर।
बता दें कि रमेश तोमर पुराना सूचीबद्ध बदमाश है। उसके खिलाफ संयोगितागंज सहित अन्य थानों में मारपीट, गाली- गाली गलौज, बलवा, जान से मारने की धमकी देना, तोड़फोड़, धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करना, अवैध कब्जे आदि के 19- 20 मामले दर्ज हैं। कम्प्यूटर बाबा जिस महंगी कार इनोवा में भ्रमण करते थे, वो भी रमेश तोमर के नाम पर रजिस्टर्ड है।