असफलता ही सफलता की पहली सीढ़ी है – अपर पुलिस आयुक्त अमित सिंह।
जीवन आनंद के लिए है इसे हमेशा प्रकट करते रहे – डॉ गुरमीत सिंह नारंग।
इंदौर प्रेस क्लब के काबिलियत को सलाम कार्यक्रम में मीडिया परिवार के 60 मेधावी बच्चों का किया गया सम्मान।
इंदौर : आभासी दुनिया से बाहर निकले बिना लक्ष्य प्राप्त नहीं किया जा सकता। मोबाइल हमारी शारीरिक, मानसिक और सामाजिक सेहत को बिगाड़ रहा है। कभी मनोरंजन का साधन सिर्फ सिनेमा था, फिर टीवी आ गया और अब स्मार्ट फोन है जो चौबीस घंटे हमें व्यस्त रखता है, जिससे हम अपने मूल मकसद से भटकते जा रहे हैं। यह बात संभागायुक्त दीपक सिंह ने कही। वे इंदौर प्रेस क्लब में आयोजित ‘काबिलियत को सलाम’ कार्यक्रम में बोल रहे थे। प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में पत्रकार साथियों के कक्षा पांचवी से बारहवी तक के उन बच्चों का सम्मान किया गया जिन्होंने परीक्षा में 80 फीसदी से ज्यादा अंक प्राप्त किए हैं।
स्कूली जीवन से ही निर्धारित करें अपना लक्ष्य।
संभागायुक्त दीपक सिंह ने कहा, वर्तमान में देखने में आ रहा है कि बच्चे वर्चुअल वर्ल्ड में कुछ ज्यादा जुड़े हुए हैं। इसके लिए कही ना कही हम अभिभावक दोषी हैं। उन्होंने कहा स्कूली जीवन से ही बच्चों को अपना लक्ष्य निर्धारित कर लेना चाहिए। कार्यक्रम में अपर पुलिस आयुक्त अमित सिंह, हैप्पीनेस गुरु डॉ गुरमीत सिंह नारंग, संस्था कर्मवीर सिद्धार्थ सोनी स्मृति मंच के संयोजक सतीश सोनी और श्रीमती निशा सोनी भी विशेष रूप से मौजूद रहे।
जीवन में निराशा को हावी ना होने दे ।
अपर पुलिस आयुक्त अमित सिंह ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में पढ़ाई बहुत जरूरी है, पर इसके साथ अपने व्यक्तित्व को भी निखारना चाहिए। इस काम में माता पिता और शिक्षकों की भूमिका बहुत अहम है। हर विद्यार्थी अपने जीवन में रुचि का कोई ना कोई काम जरूर करें और उसे लगातार विकसित भी करते जाए। अपर पुलिस आयुक्त सिंह ने बच्चों को समझाइश देते हुए कहा कि असफलता से कभी घबराएं नहीं। असफलता सफलता की पहली सीढ़ी होती है। छोटी बात पर डिप्रेशन में आ जाना आत्महत्या जैसे घातक कदम उठाना ठीक नहीं है। जीवन में हौसला कभी नहीं खोना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बात हमेशा याद रखे कि हमारे द्वारा उठाया गया कोई भी गलत कदम परिजनों को जीवन भर का दुख दे सकता है। इसलिए जीवन में कभी निराशा को हावी ना होने दे।
हमेशा प्रसन्न और आनंदित रहे – डॉ नारंग।
हैप्पीनेस गुरु डॉ. गुरमीत सिंह नारंग ने छोटी छोटी कहानियों के माध्यम बच्चों को मोटिवेट किया। उन्होंने कहा कि हमेशा प्रसन्न और आनंदित रहे। उन्होंने कहा ब्रह्मा जी द्वारा रचित इस सृष्टि पर हम सफर के लिए आए हैं। इसलिए अपना जीवन खुशनुमा अहसास के साथ व्यतीत करना चाहिए न की तनाव भरे वातावरण में।
जीवन में बच्चे बड़े सपने देखे।
इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने कहा कि जीवन में हमेशा बड़े सपने देखना चाहिए। यह बात डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साहब भी कहते थे। बड़े सपनों के साथ लक्ष्य को ऊंचा रखे और उसे पाने के लिए कठोर परिश्रम करे। यहीं एक जरिया है जिससे आप अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा सकते है।
सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम जरूरी।
कार्यक्रम में कर्मवीर सिद्धार्थ सोनी स्मृति मंच का भी सहभाग था। इंदौर के होनहार बेटे सिद्धार्थ सोनी की सड़क हादसे में हुई मौत के बाद उनके माता पिता ने इस मंच के माध्यम से ट्रैफिक सुधार के लिए काम शुरू किया है। सिद्धार्थ सोनी के साथ हुए हादसे और ट्रैफिक अवेयरनेस के संबंध में एक लघु फिल्म भी कार्यक्रम में दिखाई गई। अपर पुलिस आयुक्त अमित सिंह ने सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता जताते हुए कहा कि सर्वाधिक वाहन खरीदने वाला शहर है इंदौर। एक साल में प्रदेश में 15 हजार रोड़ एक्सीडेंट की घटनाएं हुई हैं, जो चिंता का विषय है। बच्चों को वाहन दिलाना अच्छी बात है मगर ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक बनाना भी माता पिता का कर्तव्य है।
आरंभ में अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथि स्वागत अरविंद तिवारी, हेमंत शर्मा, संजय त्रिपाठी, विपिन नीमा, सतीश सोनी, श्रीमती निशा सोनी और सुधीर सोनी ने किया। अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदीप जोशी, शैलेश पाठक, अनिल त्यागी, अजय सारडा और डॉ. अर्पण जैन ने प्रदान किए। कार्यक्रम का संचालन इंदौर प्रेस क्लब उपाध्यक्ष प्रदीप जोशी ने किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पत्रकार और गणमान्यजन उपस्थित थे।
56 मेधावी बच्चे और 4 को विशिष्ट उपलब्धि सम्मान।
इस गरिमामय समारोह में कक्षा पांचवीं से बारहवीं तक के 56 बच्चों को 80 प्रतिशत से ज्यादा अंक प्राप्त करने के लिए सम्मानित किया गया। इसके अलावा विशिष्ट उपलब्धि प्राप्त करने वाले चार बच्चों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। नीट की परीक्षा में 98 परसेंटाईल प्राप्त करने पर मेदनी मुकेश तिवारी, क्लेट क्लीयर करने पर अवनि अरविंद रघुवंशी, अग्निवीर में सिलेक्ट हुई खुशी शर्मा, राज्य स्तरीय एथलीट कनिष्का राजेश यादव और संभागीय स्तर पर ताइक्वांडो में सिल्वर मेडल प्राप्त करने वाले आयुष्मान मनीष शर्मा प्रमुख थे। समारोह में दिवंगत पत्रकार साथी आनंद जैन की पुत्री आराध्या को भी 80 प्रतिशत से ज्यादा अंक लाने पर विशेष रूप से सम्मानित किया गया।