इन्दोर : कमलनाथ सरकार का कृषि यंत्र खरीदी घोटाला किसानों की बात करने वाली काँग्रेस का कर्ज माफी के छल से बड़ा हेराफेरी, धोखाधड़ी,और गबन का मामला है।इसकी एसआईटी बनाकर उच्चस्तरीय जांच करना चाहिए।अभी जो अधिकारी आरोपित हैं, उन्हें सस्पेंड किया जाना चाहिए।
खनिज निगम के पूर्व उपाध्यक्ष गोविन्द मालू ने कहा कि किसान को यंत्रीकरण के नाम पर धोखा दिया,ट्रेक्टर विथ रोटावेटर की जगह पॉवर टिलर, पावर वीडर खरीदना ही नहीं थे, क्योंकि यह रकम या तो किसानों के खाते में जाती या एमपी एग्रो खरीद कर देता।सीधे ऐसे अप्रमाणित, अमानक स्तर के यंत्र निजी कंपनियों से तो खरीदना ही नहीं थे।
मालू ने कहा कि यह राशि तो केंद्र द्वारा दी गई थी प्रदेश सरकार तो ट्रस्टी की भूमिका में थी फिर यह गबन जैसा मामला किसानों के नाम पर घड़ियाली आँसू रोने वाली कमलनाथजी की सरकार ने किया।
मालू ने कहा कि इसमें तो किसानों के साथ जो धोखा किया गया वह नटवरलाल से बड़ा और इतिहास में अभूतपूर्व है। एक तो टिलर खरीदना ही नही थे, रोटावेटर के लिए राशि थी, लेकिन जो टिलर खरीदे वो भी अमानक स्तर के गैर प्रमाणित खरीदे।और तो और कई किसानों के साथ इसको उन्हें देने के प्रमाण के रूप में फ़ोटो खिंचवाने के बाद यंत्र उन्हें नहीं दिया और वापस ले लिया।ये था कपटनाथ सरकार का कारनामा।
कमलनाथ सरकार ने किया था कृषि यंत्र खरीदी घोटाला, दर्ज हो एफआईआर- मालू
Last Updated: September 6, 2020 " 07:51 pm"
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