जबलपुर।
शहर के गंगानगर स्थित रानी दुर्गावती गर्ल्स हॉस्टल 15 और 16 साल की छात्राएं गुरुवार को अपना खून बेचने के लिए मेडिकल अस्पताल पहुंचीं।
वहां मौजूद कुछ लोगों ने उन्हें ब्लड बैंक का रास्ता भी दिखा दिया था।
लेकिन जब तक वह अपना खून बेच पातीं, तब तक यह बात एक समाजसेवी तक पहुंच गई, जो उनकी मदद के लिए अस्पताल पहुंच गए।समाजसेवी ने अस्पताल में पहुंचकर छात्राओं से पूछा, तो उन्होंने कहा कि छात्रावास अधीक्षिका वैदेही ठाकुर ने सभी लड़कियों से 52 हजार रुपए की मांग की है।
बाद में हॉस्टल की लड़कियों को लेकर संजीवनी नगर पुलिस थाना पहुंचे, जहां छात्राओं ने बताया कि हॉस्टल में रहने वाली एक छात्रा ने अधीक्षिका के 52 हजार रुपए रुपए चुरा लिए थे।
इसका पता जब अन्य छात्राओं को चला तो उन्होंने उसके परिजनों को बुलाकर सारी जानकारी दी तथा उसे घर भेज दिया।
इसके बाद अधीक्षिका ने हॉस्टल की बाकी लड़कियों से रकम की भरपाई करने के लिए कहा।
छात्राओं के अनुसार, अधीक्षिका ने उन्हें रकम लौटाने के लिए 24 घंटे का समय दिया गया है।
ऐसे में हॉस्टल की लड़कियों ने दो-दो हजार रुपए अपनी स्कॉलरशिप से निकालकर दिए और रकम के लिए अपना खून बेचने का फैसला किया।
छात्राओं का आरोप है कि रकम न चुकाने की स्थिति में अधीक्षिका ने लड़कियों को हॉस्टल से निकालने की धमकी भी दी है।