इंदौर : सही इलाज के साथ इच्छाशक्ति मजबूत हो और मनोबल ऊंचा हो तो कोरोना जैसी महामारी को भी हराया जा सकता है। कोविड अस्पतालों से कई ऐसे मरीज डिस्चार्ज हो रहे हैं, जिन्होंने कोरोना को शिकस्त देने में कामयाबी हासिल की है।नेमावर रोड स्थित इंडेक्स हास्पिटल से 25 कोरोना विजेताओं को डिस्चार्ज किया गया।इनमें हुसैन महाल्दार, अहमद फ़राज़, सोमी नायक, परबीन बी, जैनाब शेख, शिवम्, कैफ, अशोक जसनानी, विजय, सोनू नामदेव, अब्बास मेनन, सलमान मेनन, मोहम्मद इदरिस यास्मिन, शोएब, सलीम अंसारी, शकीला, धर्मेंद्र, शेख खालिद, मुन्ना अंसारी, प्रणय पांडे, फैज़ शेख, वहीद शेख, अदमजी एवं सानिया फातिमा शामिल हैं।अस्पताल के डॉक्टर्स, स्टॉफ, प्रशासन के अधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने उनका तालियां बजाकर स्वागत किया और घरों में रहते हुए पूरा ऐहतियात बरतने की सलाह दी। डिस्चार्ज हुए मरीजों ने भी शासन- प्रशासन और डॉक्टरों को शुक्रिया कहा।
सोशल डिस्टेंस बनाएं रखें- लालवानी
इस अवसर पर क्षेत्रीय सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि जिला प्रशासन के अथक प्रयास से इंडेक्स मेडिकल कॉलेज एवं रिसर्च सेंटर से कोरोना के 25 मरीज स्वस्थ होकर घर जा रहे हैं। वे भारत सरकार की ओर उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं। उन्होंने डिस्चार्ज किये गए सभी कोरोना वीरों से सामाजिक दूरी का पालन करने, मास्क और सेनिटाइजर का नियमित रूप से इस्तेमाल करने और गर्म पानी का सेवन करने की सलाह दी।उन्होंने ठण्डी चीज से परहेज करने पर भी जोर दिया।
अगले एक माह में कोरोना पर पा लेंगे विजय।
इस दौरान मौजूद रहे कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर देश में स्वच्छता में नंबर वन रहा है। हम अगले एक महीने में इंदौर में कोविड-19 पर विजय प्राप्त कर सभी को स्वस्थ कर देंगे। इंडेक्स मेडिकल कॉलेज से 25 मरीज डिस्चार्ज किये गये हैं। यह हमारे लिये एक उपलब्धि है। कोविड-19 महामारी से पूरा विश्व परेशान है पर विश्व में भारत की स्थित सबसे बेहतर है। आबादी की तुलना में यहां पर भी दूसरे देशों की तुलना में कम मरीज हैं। केन्द्र सरकार और राज्य सरकार ने कोविड-19 को समाप्त करने के लिये रणनीति तैयार कर ली है। शनै:शनै: इसके परिणाम सामने आने लगे हैं। जो लोग इस अस्पताल से डिस्चार्ज हुए हैं, उन्हें नया जन्म मिला है। हम सभी को बीमारी से डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है। इलाज से बचाव अच्छा होता है।
एक सप्ताह में कम होने लगेगी मरीजों की संख्या।
इस अवसर पर कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि जिले में दो सौ से अधिक दल गठित कर कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की खोज और जाँच की जा रही है। एक महीने में हम इस बीमारी पर पूरी तरह नियंत्रण पा लेंगे। अभी यह संख्या जरूर बढ़ रही है, मगर एक सप्ताह बाद यह संख्या घटना शुरू हो जायेगी। जिला प्रशासन नागरिकों को राशन आदि की कमीं नहीं आने देगा। कचरा गाड़ी के माध्यम से किराना सामान के आर्डर लिये जा रहे हैं और दो दिन के अंदर उपभोक्ताओं को सामान सप्लाई भी किया जा रहा है। किराना सामान के साथ आलू और प्याज भी सप्लाई की जा रही है। संकट की इस घड़ी में सबका सहयोग जरूरी है। इस अवसर पर डीआईजी श्री हरिनारायणचारी मिश्र भी मौजूद थे।
डिस्चार्ज मरीजों ने इलाज और व्यवस्थाओं पर जताई सन्तुष्टि।
डिस्चार्ज हुए मरीजों ने बताया कि प्रशासन ने कोविड-19 के इलाज की सभी सुविधाएं मुहैया कराई । डॉक्टरों और नर्सों का व्यवहार बहुत अच्छा है। जाँच, दवा, इंजेक्शन, भोजन आदि के पुख्ता इंतजाम सरकार ने कर रखे हैं।
अरविंदो अस्पताल से सात मरीज़ डिस्चार्ज।
उधर अरविंदो हास्पिटल से भी सात मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौटे। अस्पताल के प्रमुख डॉ. विनोद भंडारी ने बताया कि मरीजों को डिस्चार्ज करने के पूर्व अस्पताल प्रबंधन द्वारा सभी आवश्यक जाँचें की गईं और आगामी दिनों में बरते जाने वाले आवश्यक एहतियात से उन्हें अवगत कराया गया। जिन मरीज़ों को अस्पताल से छुट्टी मिली उनके नाम अजय सिंघल, मोहसिन, अशोक राठौर, संजय अग्रवाल, अमित तोलानी, वर्षा धाकड़ तथा मोहन शर्मा हैं।
एमआरटीबी हॉस्पिटल से तीन मरीज घर लौटे।
इंदौर के एमआरटीबी हॉस्पिटल से भी तीन मरीज स्वस्थ्य होने पर डिस्चार्ज किये गए। इनमें टाटपट्टी बाखल की रानी बी शामिल है। खरगोन के दो मरीज ऐना शेख और रफीक भी शासन-प्रशासन को दुआएं देते हुए घर लौटे।
इस तरह 35 और मरीजों ने कोरोना को पटखनी देने में सफलता पाई। इनमें 33 इंदौर व दो खरगौन के हैं।इन्हें मिलाकर कोरोना पर विजय पाने वाले मरीजों की तादाद 107 हो गई है।