विधानसभा निर्वाचन-2023
व्यय प्रेक्षकों ने अभ्यर्थियों द्वारा खर्च की जाने वाली राशि की निगरानी व्यवस्था की समीक्षा की।
व्यवस्था को बताया चाक-चौबंद।
इंदौर : भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त व्यय प्रेक्षकगण प्रवीण कतारकी, आलोक श्रीवास्तव, मेरूगु सुरेश, रण विजय कुमार और अमित संजय गुरव रविवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने व्यय लेखा टीम और निगरानी दलों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने में विधानसभा निर्वाचन के दौरान की जा रही व्यवस्थाओं और तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने जिले में की जा रही व्यवस्थाओं और तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि इंदौर में विधानसभा निर्वाचन के लिए बहुत अच्छी व्यवस्थाएं और तैयारी है। जिले में निर्वाचन आयोग की मंशा के अनुरूप चाक-चौबंद व्यवस्थाएं की गई हैं।
बैठक में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. इलैया राजा टी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन, अपर कलेक्टर गौरव बेनल पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सुनील मेहता, उप जिला निर्वाचन अधिकारी तथा अपर कलेक्टर राजेन्द्र रघुवंशी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। बैठक में प्रेक्षकगणों ने निर्वाचन के दौरान अभ्यर्थियों द्वारा खर्च की जाने वाली राशि की निगरानी व्यवस्था की समीक्षा की। बताया गया कि विधानसभा निर्वाचन के दौरान एक अभ्यर्थी अधिकतम 40 लाख रूपये खर्च कर सकते हैं। बताया गया कि खर्च की निगरानी के लिये 17 सहायक व्यय प्रेक्षक नियुक्त किए गए हैं। 30 फ्लाइंग स्क्वाड, 35 स्टेटिक सर्विलांस टीम, 27 वीडियो सर्विलांस टीम, 10 वीडियो व्यूइंग टीम, 9 लेखा दल, एक-एक कंट्रोल रूम, जिला व्यय निगरानी दल, जिला स्तरीय एमसीएमसी प्रकोष्ठ तथा जिला व्यय निगरानी सेल का गठन किया गया है।