अनुराग कश्यप और तापसी पन्नू सहित 4 बॉलीवुड हस्तियों के ठिकानों पर आयकर के छापे

  
Last Updated:  March 4, 2021 " 05:17 am"

मुंबई : बुधवार को मुंबई और पुणे में बॉलीवुड की 4 हस्तियों के ठिकानों पर इनकम टैक्स (IT) डिपार्टमेंट का छापा पड़ा। इनमें एक्ट्रेस तापसी पन्नू, निर्माता अनुराग कश्यप, विकास बहल और मधु मंटेना शामिल हैं। दोनों शहरों में 30 जगह IT की सर्च चल रही है। ये छापेमारी फैंटम फिल्म्स से जुड़ी है। यह इत्तेफाक ही है कि जिन 4 हस्तियों के ठिकानों पर छापा पड़ा है, उनमें से तापसी पन्नू और अनुराग कश्यप अलग-अलग मुद्दों पर मोदी सरकार के विरोधी रहे हैं।

फैंटम की कमाई छुपाने का है शक।

आयकर विभाग को फैंटम फिल्म्स कंपनी के लेनदेन में गड़बड़ी का शक है। छापेमारी में मिले दस्तावेज और सबूतों के आधार पर जांच का दायरा बढ़ सकता है। इसमें कई और बड़े नाम सामने आ सकते हैं। मधु मंटेना की टैंलेट मैनेजमेंट कंपनी Kwaan के दफ्तर पर भी आयकर अधिकारी जांच कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह कंपनी फैंटम फिल्म्स से जुड़ी थी।
अनुराग और तापसी देश में चल रहे मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखने के लिए जाने जाते हैं। तापसी किसान आंदोलन का समर्थन करती रही हैं। इस आंदोलन पर पॉप स्टार रिहाना ने सोशल मीडिया पर कमेंट किया तो जवाब में बॉलीवुड और खेल जगत की कई हस्तियों ने सरकार के पक्ष में ट्वीट किए थे। तापसी ने इन सेलिब्रिटीज के खिलाफ अपनी राय रखी थी। वहीं, अनुराग कश्यप CAA जैसे मुद्दों पर मुखर रहे हैं।
फैंटम फिल्म्स कंपनी 2018 में बंद हो चुकी थी। इसे
अनुराग कश्यप, विक्रमादित्य मोटवानी, मधु मंटेना और विकास बहल ने 2010 में लॉन्च किया था। 2018 में विकास बहल पर यौन शोषण का आरोप लगने के बाद यह कंपनी बंद कर दी गई थी। इसके बाद ये चारों पार्टनर अलग हो गए थे। इन चारों पर आरोप है कि फैंटम फिल्म से हुई कमाई का सही से ब्यौरा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को नहीं दिया गया और इसे कमतर दिखाया गया।
फैंटम फिल्म्स कंपनी की पहली फिल्म 2013 में लुटेरा आई थी। इसके बाद इस बैनर के तहत हंसी तो फंसी, क्वीन, अगली, NH10, हंटर, मुंबई वेलवेट, मसान, शानदार, उड़ता पंजाब, रमन राघव-2, रॉन्ग साइड, राजू मुक्केबाज, सुपर 30 और धूमकेतु जैसी फिल्में बनीं। धूमकेतु 2020 में रिलीज हुई थी।

महाराष्ट्र के मंत्रियों ने केंद्र को कोसा।

महाराष्ट्र की महिला और बाल विकास मंत्री यशोमति ठाकुर में कहा, ‘देश में लोकतंत्र बचा ही नहीं है। केंद्र अपनी एजेंसियों का इस्तेमाल लोगों को परेशान करने के लिए कर रहा है। केंद्र के खिलाफ बोलने की वजह से इन कलाकारों के घरों पर रेड की गई है।’
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा, ‘ये रेड कोई नई बात नहीं हैं। आजकल तो यह रोज का मामला हो गया है। जो भी केंद्र सरकार के खिलाफ बोलता है, उस पर दबाव बनाने के लिए सरकार यह तरीका अपनाती है। सरकार ऐसे माध्यम से लोगों की आवाज बंद करने का काम कर रही है।’

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