इंदौर : महात्मा गांधी की बुधवार 2 अक्टूबर को 150 वी जयंती है। इसके चलते उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को अलग – अलग तरीके से उभारा जा रहा है। कलाकार बिरादरी भी इस महामानव को अपनी कलाकृतियों के जरिये याद कर रही है। ऐसे ही एक कलाकार हैं अली असगर बेलगामवाला। 20 साल पहले इंदौर आकर बसे अली असगर पेशे से इंटीरियर डिजाइनर होने के साथ क्रिएटिव आर्टिस्ट भी हैं। खाली समय में वे अपनी क्रिएटिविटी को परवान चढाते रहते हैं। महात्मा गांधी की 150 वी जयंती पर अली ने उन्हें अनूठी कलाकृति के जरिये याद किया। मंगलवार शाम इस कलाकृति का प्रदर्शन करने के साथ मीडियाकर्मियों को भी उन्होंने इस अनूठी कलाकारी से रूबरू कराया।
ग्लास ( कांच ) को बनाया केनवास।
अली ने अपनी कलाकृति के लिए ग्लास ( कांच ) को केनवास बनाया। निर्धारित साइज के 5 ग्लास पर उन्होंने अमूर्त शैली में अपनी कलाकृति को आकार दिया है। लीक से हटकर कुछ करने की सोच के चलते अली ने रंगों की जगह रंगीन फ़िल्म का इस्तेमाल किया है। कैंची से टुकड़ों में काटकर फ़िल्म को ग्लास पर कुछ इसतरह पेस्ट किया है कि वह नायाब कलाकृति में ढल गई। सामान्य रूप से देखने पर उसमें कुछ भी अनोखापन दिखाई नहीं देगा पर जब एक निश्चित दूरी पर खड़े रहकर देखा जाए तो उसमें गांधीजी की तस्वीर उभरकर सामने आती है। अली असगर बताते हैं कि वे हर बार कुछ नया करने की फिराक में रहते हैं। महात्मा गांधी का जीवन दर्शन सिर्फ हमारे लिए ही नहीं पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। अपनी कलाकृति के जरिये उन्होंने बापू को नमन किया है। अली बताते हैं कि आने वाले समय में वे पीएम नरेंद्र मोदी को अपनी कलाकृति में स्थान देंगे हालांकि वो कलाकृति किस स्वरूप में और कैसी क्रिएटिविटी के साथ पेश की जाएगी इसका खुलासा उन्होंने नहीं किया।