पूरे ब्रेस्ट को रिमूव करने की नहीं पड़ेगी जरूरत।
अत्याधुनिक एग्जिलोस्कोपी तकनीक से ब्रेस्ट कैंसर की सर्जरी करने वाला एमवायएच बना पहला सरकारी अस्पताल
इंदौर : ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित महिलाओं को पीड़ादायक इलाज के दौर से नहीं गुजरना पड़ेगा ! एमजीएम मेडिकल कॉलेज से संबद्ध एमवाय अस्पताल अत्याधुनिक एग्जिलोस्कोपी तकनीक से ब्रेस्ट कैंसर की दर्दरहित सर्जरी करने वाला मध्यभारत का पहला सरकारी अस्पताल बन गया है ! इससे ब्रेस्ट कैंसर की सर्जरी को नए आयाम मिले हैं।
अब ब्रेस्ट निकालने की जरूरत नहीं!
एमवायएच के सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ अरविंद घनघोरिया ने बताया कि एग्जिलोस्कोपी विधि से हाल ही में एक तीस वर्षीय महिला की ब्रेस्ट कैंसर की गठान निकाली गई ! उसे ज्यादा दर्द भी नहीं सहना पड़ा और दो दिन में ही उसे छुट्टी मिल गई । इस ऑपरेशन को उनके (डॉ. घनघोरिया) साथ डॉ. फरीद खान और डॉ. नवीन गुप्ता ने अंजाम दिया। एनेस्थीसिया इंचार्ज डॉ. रितु पौराणिक और डॉ. मनीष वनजारे रहे। अहम बात ये है कि इस पद्धति में ब्रेस्ट निकालने की जरूरत नहीं होती। केवल छोटा चीरा लगाकर कैंसर की गठान को निकाल दिया जाता है। ब्रेस्ट कैंसर की सर्जरी में इस पद्धति से क्रांतिकारी बदलाव आया है।
गरीब मरीजों को होगा लाभ।
डॉ. घनघोरिया ने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर का इलाज महंगा होता है। गरीब तबके के मरीज व परिजन इसे वहन नहीं कर पाते। ऐसे में एमवाय अस्पताल में एग्जिलोस्कोपी जैसी अत्याधुनिक तकनीक से ब्रेस्ट कैंसर का सर्जरी के जरिए कारगर इलाज शुरू होने से गरीब मरीजों को काफी राहत मिलेगी।