श्रीनगर: पुलवामा हमले के बाद केंद्र सरकार ने अलगाववादियों के खिलाफ कड़ा रुख अपना लिया है। 17 फरवरी को 4 अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस लेने के बाद बुधवार को 18 अन्य अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा भी हटा ली गई। जिन प्रमुख अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा हटाई गई उनमें सैयद अली शाह गिलानी, यासीन मलिक, अब्बास अंसारी, शाहिद उल इस्लाम, नईम खान, जफर अकबर बट, सलीम गिलानी, फारूक अहमद किचलू, आदि शामिल हैं।
इसके अलावा घाटी के करीब 160 नेताओं की सुरक्षा की समीक्षा कर उसमें भी कटौती या बदलाव किया जा रहा है। इनमें पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती के करीबी वाहिद मुफ़्ती और पूर्व आईएएस शाह फैजल शामिल हैं
1000 सुरक्षाकर्मी थे तैनात।
हैरत की बात ये है कि भारत मे रहकर, यहां की हवा में सांस लेने के बावजूद ये अलगाववादी नेता वतन से गद्दारी कर पाकिस्तान का गुणगान करते थे। इनकी सुरक्षा में 100 गाड़ियां और 1 हजार जवान तैनात थे। प्रतिवर्ष इनकी सुरक्षा पर 10 करोड़ रुपए खर्च होते थे।