अहिल्योत्सव के कार्यक्रमों की शुरुआत पौधरोपण के साथ होगी

  
Last Updated:  July 27, 2024 " 11:30 pm"

स्कूली बच्चों के लिए होंगी विभिन्न प्रतियोगिताएं।

01 सितंबर को अहिल्या पुण्यतिथि पर निकलेगी पालकी यात्रा।

इंदौर : लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर के 229 वे पुण्य स्मरण समारोह के अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रमों एवं प्रतियोगिताओं का सिलसिला 28 जुलाई 2024 रविवार से 1 सितम्बर 2024 (लोकमाता अहिल्या पुण्यतिथि) तक चलेगा।

अहिल्योत्सव समिति के अशोक डागा, सुधीर देडगे और शरयू वाघमारे ने पत्रकार वार्ता में बताया कि अहिल्योत्सव की परंपरा लगभग 110 वर्ष पुरानी है। इसके अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम 28 जुलाई को शहर के प्रमुख धर्मस्थलों में पौधरोपण के साथ प्रारंभ हो जाएंगे। लगभग डेढ माह तक चलने वाले कार्यक्रमों एवं प्रतियोगिताओं में वक्तृत्व कला, चित्रकला, ग्रिटिंग बनाओं प्रतियोगिता, संस्कृत श्लोक पाठ , देशभक्ति समूह गीत, वीरों की कहानी बच्चों की जुबानी, वाद-विवाद, लोक नृत्य एवं खुली भजन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। इन सभी प्रतियोगिताऑं के लिए सुधीर देड़गे, ज्योति तोमर, माला सिंह ठाकुर एवं अविनाश भांड को प्रभारी नियुक्त किया गया है।

दिनांक 28 जुलाई को होने वाले पौधरोपण कार्यक्रम के संयोजक प्रशांत बड़वे, सुनील धर्माधिकारी, एवं प्रमुख सुधीर दाण्डेकर, निलेश केदारे, ने बताया कि इंदौर के लगभग 350 मंदिर,मस्जिद, गुरुद्वारे आदि धर्मस्थलों पर लगभग 1100 पौधे लगाये जाएंगे। मुख्य कार्यक्रम प्राचीन अन्नपूर्णा मंदिर परिसर में किया जाएगा। महामण्डलेश्वर स्वामी विश्वैश्वरानन्द गिरि महाराज के सान्निध्य में यहां पौधरोपण किया जाएगा। इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा की पौधे मंदिर के लिए उपयोगी हों। सभी विधानसभा वार प्रभारी, सह प्रभारियों की भी नियुक्ति की गई है।

वक्तृत्व कला प्रतियोगिता समिति के उपाध्यक्ष अनिल भोजे प्रतियोगिता प्रमुख ज्योति तोमर एवं माला सिंह ठाकुर ने बताया कि दिनांक 3 अगस्त 2024 को विद्यालयीन शिक्षकों के लिए वक्तृत्व कला प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। जिसका विषय “देवी अहिल्याबाई की शासन प्रणाली को अपनाने से ही देश में सुशासन की स्थापना होगी, रखा गया है।इस प्रतियोगिता हेतु विनिता धर्म को प्रमुख एवं श्रीमती वृंदा गौड, सरिता मंगवानी को संयोजक बनाया गया है।

चित्रकला एवं ग्रिटिंग कार्ड बनाओं प्रतियोगिता 4 अगस्त 2024 को आर.के. डागा माहेश्वरी एकेडमी छत्रीबाग में होगी। चित्रकला प्रतियोगिता प्रमुख प्रतीक तागड, संजय जोशी ने बताया कि यह प्रतियोगिता प्राथमिक (3से 7वी) विद्यार्थियों के लिए होगी जिसका विषय “जल ही जीवन है” होगा। ग्रिटिंग कार्ड बनाओं प्रतियोगिता कक्षा 8 से 10 वी के विद्यार्थियों के लिए होगी।

दिनांक 7 अगस्त 2024 को संस्कृत श्लोक पाठ प्रतियोगिता के प्रमुख कमलेश, दिनेश शिंत्रे, ऐवज भंडारे ने बताया कि यह स्पर्धा कक्षा 3 से 5 वी, कक्षा 6 टी से 8वी, एंव 9वी से 12 वी तीन श्रेणियों के विद्यार्थियों के लिए आयोजित है। जिन्हें क्रमशः प्रातःस्मरण, रामरक्षा स्त्रोत एवं गीता के 12 अथवा 15 वाँ अध्याय के 15 श्लोक एक निश्चित समय में पेश करना होंगे। यह प्रतियोगिता इंदिरा विद्या मंदिर वासुदेव बाग में होगी।

देशभक्ति समूह गीत प्रतियोगिता के प्रमुख अभिषेक गावडे और अशोक भुसारी ने बताया कि यह प्रतियोगिता 6 टी से 8 वी तक के विद्यार्थियों के लिए पिंक फ्लावर उ.मा.विद्यालय स्टेडियम ग्राउण्ड नंदानगर, इंदौर में आयोजित की गई।

वीरो की कहानी बच्चों की जुबानी इस प्रतियोगिता की संयोजक तृप्ति महाजन एवं प्रमुख ज्योत्सना खराटे ने बताया कि ऐतिहासिक वीर महापुरूषों एवं वीरागंनाओं के जीवन पर आधारित कहानी कथन स्पर्धा ऐसे विद्यार्थियों के मध्य कराई जाती है जो कि दृष्टिहीन हो या शारीरिक, मानसिक और विकलांग हो। यह स्पर्धा 6 टी से 8 वी एवं 9 से 12 वी तक 2 श्रेणियों में आयोजित की जाती है।

वाद-विवाद प्रतियागिता उच्चतर माध्यमिक स्तर के छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित की जाएगी। स्पर्धा के संयोजक सौरभ खण्डेलवाल एवं प्रमुख योगेश लांभाते ने बताया कि 10 वी से 12 वी के विद्यार्थियों के आयोजित इस स्पर्धा में “आज की तरूणाई के लिए व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा राष्ट्र तथा समाज की सेवा से बढकर है” विषय रखा गया है।

लोक नृत्य प्रतियोगिता कक्षा 9 वी से 12 वी तक के छात्र-छात्राओं के लिए होगी। सारधा प्रमुख प्रकाश पारवानी, अपर्णा चेंडके, वीणा वर्मा, एवं नवनीत हार्डिया ने बताया कि लोक गीत पर आधारित लोक नृत्य की की यह सारधा लोकमान्य विद्या निकेतन, लोकमान्य नगर में रखी गई है।

खुली भजन प्रतियोगिता के प्रमुख चंदना म्हस्कर, संयोजक प्रकाश खानवलकर, सिद्धार्थ केदारे, पुरुषोत्तम गर्ग ने बताया कि परम्परागत भजन प्रस्तुतियों की इस प्रतियोगिता में उन्हीं भजन मंडलियों को प्रवेश दिया जाता है जो नियमित रूप से किसी मंदिर, धर्मस्थल में भजन गायन करते हैं। इलेक्ट्रॉनिक वाद्य यंत्रों के उयोग पर प्रतिबंध रहता है। केवल परम्परागत वाद्ययंत्र के साथ ही भजन प्रस्तुतियां मान्य की जाती हैं।

एक सितंबर को निकलेगी शोभायात्रा।

अहिल्याबाई होलकर की 229 वी पुण्यतिथि पर 01 सितंबर को प्रातः 8 बजे राजवाडा स्थित अहिल्या प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जाएगा। प्रातः 9.00 बजे गोपाल मंदिर में पूजा अर्चना होगी। 10 बजें प्राचीन ऐतिहासिक इन्द्रेश्वर महादेव मंदिर में रुद्राभिषेक किया जाएगा। लोकमाता अहिल्याबाई की पालकी यात्रा के प्रमुख संयोजक सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि दोपहर 3.30 बजे अहिल्या पुण्यस्मरण समारोह गांधी हॉल में मनाया जाएगा, जिसमें गुणीजन सम्मान, अतिथि सत्कार, अतिथि उद्बोधन एवं पुरस्कार वितरण किया जाएगा। इसके बाद सायंकाल 5.30 बजे गाँधी हॉल से लोकमाता अहिल्याबाई की पालकी यात्रा अपने गरिमापूर्ण वैभव, महिला सेना, भजन मण्डल, अखाड़ों एवं झॉकियों के साथ महात्मा गांधी मार्ग, कृष्णपुरा, राजवाडा, होते हुए गोपाल मंदिर पहुँचेगी। जहाँ पालकी यात्रा का समापन होगा।

Facebook Comments

Related Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *