आगामी 24 से 26 नवंबर तक बैंकॉक में होगा विश्व हिंदू कांग्रेस का आयोजन

  
Last Updated:  July 14, 2023 " 08:47 pm"

विश्वभर से करीब तीन हजार प्रतिनिधि करेंगे शिरकत।

हिंदुओं को संगठित कर वैश्विक ताकत बनाने का है लक्ष्य।

इंदौर : विश्व हिंदू फोरम के बैनर तले विश्व हिंदू कांग्रेस – 2023 का आयोजन आगामी 24 से 26 नवंबर तक थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में किया जा रहा है। तीन दिवसीय इस सम्मेलन में विश्वभर से करीब 3 हजार प्रतिनिधि भाग लेंगे। भारत से भी करीब डेढ़ हजार प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है। ये जानकारी विहिप के संयुक्त महामंत्री और विश्व हिंदू फोरम के संस्थापक स्वामी विज्ञानानंद ने प्रेस वार्ता के जरिए दी।

हिंदू समाज को वैश्विक स्तर पर संगठित और ताकतवर बनाना है उद्देश्य।

आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग में स्नातक स्वामी विज्ञानानंद ने बताया कि विश्व हिंदू कांग्रेस का आयोजन चार साल के अंतराल में किया जाता है। पहली विश्व हिंदू कांग्रेस 2014 में नई दिल्ली में आयोजित की गई थी। दूसरी 2018 में शिकागो में संपन्न हुई। 2022 में कोरोना के कारण इसका आयोजन नहीं हो पाया था। इसके चलते इस वर्ष नवंबर में यह तीन दिवसीय कांग्रेस आयोजित की जा रही है। उन्होंने बताया कि विश्व के 200 देशों में निवासरत 1.2 अरब हिंदुओं को एकजुट कर उन्हें अर्थव्यवस्था, शिक्षा, मीडिया और राजनीतिक क्षेत्र में वैश्विक ताकत बनाने के व्यापक लक्ष्य को लेकर यह सम्मेलन आयोजित किया जाता है। हिंदू प्रबुद्धजन, विचारक, राजनेता, धार्मिक, व्यापारिक संगठन, उद्योगपति सहित तमाम प्रभावशाली लोगों को एक मंच पर लाकर आपस में जुड़ने, अपने विचार साझा करने, हिंदू समाज की भलाई के लिए एक – दूसरे को प्रेरित करने का अवसर विश्व हिंदू कांग्रेस प्रदान करती है। हिंदुओं की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और भौतिक उन्नति का भी यह एक मंच है। स्वामी विज्ञानानंद ने कहा कि प्रत्येक चार वर्ष में विश्व हिंदू कांग्रेस के आयोजन के अलावा प्रतिवर्ष विश्व हिंदू आर्थिक सम्मेलन भी आयोजित किए जाते हैं। पहला सम्मेलन 2012 में संपन्न हुआ था। तबसे कोरोना काल को छोड़कर विश्व हिंदू आर्थिक सम्मेलन प्रतिवर्ष विश्व के अलग – अलग स्थानों पर आयोजित किए जाते रहे हैं।

मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद बढ़ी पूछपरख।

स्वामी विज्ञानानंद ने माना कि नरेंद्र मोदी के भारत के प्रधानमंत्री बनने के बाद विश्व में भारतीयों का सम्मान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि आईटी सेक्टर में भारतीयों का वर्चस्व और प्रत्येक देश की अर्थव्यवस्था में भारतीयों के बढ़ते योगदान ने उनकी गरिमा को बढ़ाया है।

प्रेसवार्ता में स्वामी विज्ञानानंद के साथ प्रांत मंत्री विनोद शर्मा और प्रांत सह प्रचार प्रमुख रवि कसेरा भी उपस्थित रहे।

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