इंदौर : नव निर्वाचित महापौर पुष्यमित्र भार्गव शपथ ग्रहण से पूर्व समाज के अलग – अलग वर्गों से मेल मुलाकात में जुटे हैं। मंगलवार को वे इंदौर प्रेस क्लब आए और मीडिया कर्मियों के साथ अनौपचारिक चर्चा की। उन्होंने प्रेस क्लब में कैरम खेलने का भी मजा लिया।
बीजेपी संगठन, जनता, मित्र और परिचितों को जीत का श्रेय।
सरल, सहज और विनम्र स्वभाव के धनी पुष्यमित्र ने अपनी जीत का श्रेय बीजेपी संगठन,पार्टी के नेता व कार्यकर्ताओं के साथ परिवार, परिचित, स्कूल, कॉलेज के मित्र, एबीवीपी, युवा मोर्चा के कार्यकर्ता और इंदौर की जनता को दिया।
जीत के प्रति आश्वस्त थे।
पुष्यमित्र का कहना था कि वे अपनी जीत को लेकर शुरू से आश्वस्त थे। आत्मबल, आत्मीय संपर्क और आत्मीय व्यवहार के साथ पॉजिटिव एप्रोच उनकी जीत के आधार बनें। उन्होंने जन संपर्क के दौरान महसूस किया की लोग पॉजिटिव सोच को तवज्जो देते हैं। पुष्यमित्र ने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी का सर्व परिचित होना मेरे लिए फायदेमंद साबित हुआ।
मेरा नाम मीडिया ने ही चलाया।
पुष्यमित्र ने कहा कि चुनाव के पहले ये चर्चा जोरों पर थी की अच्छे लोगों को राजनीति में आना चाहिए। जब बीजेपी ने नए लोगों को आगे लाने की पहल की तो यह मीडिया ही था, जिसने मेरा नाम महापौर के लिए आगे बढ़ाया। महापौर पद के प्रत्याशी के रूप में मेरा नाम घोषित होना जितना मेरे परिचितों, मित्रों, परिवार और लोगों के लिए अप्रत्याशित था, उतना ही मेरे लिए भी था पर सभी ने हौसला बढ़ाया और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
बोलते – बोलते भावुक हुए पुष्यमित्र।
पुष्यमित्र ने बताया कि नौकरी छोड़कर राजनीति में आने के फैसले पर तो परिवार का पूरा साथ मिला लेकिन जब एबीवीपी में काम करते हुए उन्हें त्रिपुरा में जाकर काम करने का दायित्व मिला तो पिता बेहद भावुक हो गए थे क्योंकि वह समय उनके करियर का पीक टाइम था। यह बात बताते हुए पुष्यमित्र खुद भी भावुक हो गए, हालांकि जल्द ही उन्होंने खुद को संभाल लिया।
दो वर्ष परिषद नहीं होने का हुआ नुकसान।
पुष्यमित्र ने माना कि दो वर्ष नगर निगम में चुनी हुई परिषद नहीं होने का नुकसान भी बीजेपी को उठाना पड़ा। अधिकारियों की मनमानी से लोगों में आक्रोश था अन्यथा जीत और बड़ी हो सकती थी।
नई कार्यसंस्कृति विकसित करेंगे।
पुष्यमित्र ने कहा कि वे सबको साथ लेकर चलेंगे और इसतरह की कार्यसंस्कृति विकसित करेंगे जिससे जनता की शिकायतों का त्वरित समाधान हो।
2050 के इंदौर को ध्यान में रखकर करेंगे काम।
नव निर्वाचित महापौर पुष्यमित्र ने कहा कि वे 2050 के इंदौर की जरूरतों को ध्यान में रखकर विकास के पथ पर आगे बढ़ेंगे। पेयजल के डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम की कमियों को दूर करेंगे।
नेताओं के पहनावे पर ये बोले..
पुष्यमित्र महापौर भले ही बन गए हों पर उनका पहनावा आम लोगों की तरह की है। नेताओं की तर्ज पर क्या वे कुर्ता – पजामा पहनेंगे..? इस सवाल के जवाब में वे मुस्करा दिए। उन्होंने कहा कि वे वही ड्रेस पहनते हैं, जिसमें उन्हें कंफर्टेबल महसूस होता है। उनका पहनावा नहीं बदलेगा।
कैरम पर भी आजमाए हाथ।
नव निर्वाचित महापौर पुष्यमित्र ने इंदौर प्रेस क्लब में कैरम पर भी हाथ आजमाए। उनका साथ प्रेस क्लब अध्यक्ष अरविंद तिवारी और अन्य साथियों ने निभाया।