नगर निगम अत्याधुनिक आपदा राहत दल का करें गठन।
बाजारों को करें अतिक्रमण से मुक्त।
बीजेपी नेता गोविंद मालू ने बावड़ी हादसे से सबक लेने पर दिया जोर।
इंदौर में हुआ हादसा एक सबक है। रेस्क्यू में इतना विलम्ब हुआ। इतनी बड़ी आबादी के लिहाज से प्रशिक्षित रेस्क्यू टीम की जरूरत तो है ही नगर निगम को भी अत्याधुनिक संसाधनों से लैस प्रशिक्षित आपदा प्रबंधन दल का गठन करना चाहिए।फायर ब्रिगेड के संसाधन भी आबादी के लिहाज से अपर्याप्त हैं। केवल निलंबन से काम नही चलेगा,फुटपाथ और संकरी गलियां खाली करवाएं,जो मार्ग चौड़े हो गए उनके रोड़ तक अतिक्रमण हटवाएं।
खनिज निगम के पूर्व उपाध्यक्ष गोविन्द मालू ने कहा कि इंदौर में अहिल्याबाई के समय जो 359 बावड़ियाँ थी उनकी खोजबीन की जानी चाहिए। उन्होंने इस सम्बंध में मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखा है।
मालू ने कहा कि आज शहर के व्यापारिक क्षेत्रों में भारी अतिक्रमण होकर गलियों से एक आदमी के निकलने तक की जगह नहीं है। जेलरोड,राजबाड़ा क्षेत्र की गलियां,कपड़ा मार्केट, शक्कर बाजार,सराफा और खजूरी बाजार की गलियां अतिक्रमण से पटी हैं। ऐसे में यदि कोई हादसा या आपदा हुई तो हालात क्या होंगे..? इसकी कल्पना की जा सकती है।
इन क्षेत्रों में जमीन दुकान के भाव बढ़ने से लोगों ने छोटी – छोटी दुकानें गलियों में निकाल दी।
जिन गलियों से आदमी नहीं निकल सकता, वहां वाहनों का अंबार लगा है।आगजनी या भगदड़ हो जाए तो फायर ब्रिगेड तो जा ही नहीं सकती। निगम प्रशासन को इस ओर ध्यान देकर अतिक्रमण व अवैध निर्माण हटाना चाहिए।
मालू ने कहा कि नए भवनों की फायर एन. ओ. सी. के लिए जो लापरवाही बरती जाती है, वह भी किसी दिन भारी पड़ सकती है।
गोविंद मालू ने कहा कि “यह शहर हमारा गौरव है जो नम्बर वन आया है, इस तमगे को आपदा प्रबंधन में भी नम्बर वन बनाने की जरूरत है। हमारे लिए पहले शहर फिर दलीय राजनीति है।