आभा आईडी बनाने से स्वास्थ्य रिकॉर्ड रखने में होगी सुविधा

  
Last Updated:  April 13, 2023 " 07:51 pm"

मीडिया कार्यशाला में स्वास्थ्य अधिकारियों ने दी जानकारी।

आयुष्यमान भारत डिजिटल मिशन के अधिकाधिक प्रचार – प्रसार पर दिया जोर।

इंदौर : क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाऐं कार्यालय इन्दौर संभाग इन्दौर के सभाकक्ष मे आयुष्यमान भारत डिजिटल मिशन पर मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें इलेक्ट्रानिक, प्रिंट, वेब मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित थे। मीडिया कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए जिला विस्तार एवं माध्यम अधिकारी मनीषा पंडित ने कहा कि आयुष्मान भारत मिशन के तहत सतत् विकास के लक्ष्यों और इसकी रेखांकित प्रतिबद्धता को पूर्ण करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति-2017 को डिजाइन किया गया। इस योजना का उद्देश्य प्राथमिक, द्वितीय एवं तृतीय स्तर पर समग्र रूप से प्रभावी रूप से हस्तक्षेप करना है। इस हेतु आयुष्मान भारत योजना का लोकार्पण किया गया।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के आयामों का विस्तार करते हुए 27 अक्टूबर 2021 को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का शुभारंभ किया गया। यह स्वास्थ्य का डिजिटल ईको सिस्टम है, जिसमें परामर्श, उपचार, निदान तथा जांच का एक कुशल सुलभ एवं समावेशी मॉडल तैयार होगा।

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के 5 आधार भू स्तंभ है।आभा आई.डी. एच. पी. आर., एच.एफ.आर, पी.एच.आर, यू.एच.आई। इन सब से स्वास्थ्य कार्यक्रमों के बेहतर नियोजन, बजट तथा क्रियान्वयन के साथ-साथ स्वास्थ्य डेटा के विश्लेषण में मदद मिलेगी।

क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाऐं इन्दौर संभाग डॉ. शरद गुप्ता ने कहा कि मीडिया के माध्यम से आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार होगा और लोग इसके महत्व को समझ पायेंगें।

आभा आईडी बनाने से स्वास्थ्य रिकॉर्ड रखने में होगी सुविधा।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला इन्दौर डॉ.बी. एस. सैत्या ने कहा कि आभा आई.डी. बनाने से स्वास्थ्य रिकॉर्ड रखने मे सुविधा होगी। जिस प्रकार हर व्यक्ति का आधार कार्ड होता है, उसी तरह हर नागरिक की आभा आई.डी. भी होगी।

जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पूर्णिमा गाडरिया ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन, स्वास्थ्य रिकॉर्ड को सुरक्षित रखने का एक प्रभावी साधन है। यह सार्वजनिक एवं निजी स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचने का विकल्प प्रदान करेगा, यह देश के एकीकृत डिजिटल स्वास्थ्य का बुनियादी ढांचा है। जिला इन्दौर में अभी तक 13 लाख आभा आईडी बनाई जा चुकी है।इससे चिकित्सक, मरीज की बीमारी की हिस्ट्री देखकर बेहतर ढंग से उसका इलाज कर सकेंगे। यही नहीं टेलीमेडिसिन सेवा के द्वारा दूर के क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंच सकेंगी।
इस अवसर पर पत्रकारों की आभा आई.डी. भी बनाई गई।

जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अधिकारी डॉ. रघुनाथ सातनकर ने कार्यशाला में आए मीडिया कर्मियों का आभार व्यक्त किया।

कार्यशाला में संयुक्त संचालक डॉ. हेमंत गुप्ता, उप संचालक एच. एन. नायक, डॉ. संतोष सिसोदिया, डॉ. तरुण गुप्ता, डॉ. अमित मालाकार उपस्थित थे।

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