इंदौर के चयनित सरकारी स्कूलों को मॉडल स्कूल की तर्ज पर विकसित करेंगे एनआरआई कारोबारी

  
Last Updated:  January 29, 2023 " 02:24 pm"

इंदौर : अमेरिका में रह रहे मप्र से जुड़े प्रवासी भारतीयों ने फ्रेंड्स ऑफ एमपी नामक संस्था बनाई है। इस संस्था से जुड़े दो बड़े प्रवासी कारोबारियों ने इंदौर के चयनित सरकारी स्कूलों को तम्मन संसाधनों से लैस कर उन्हें मॉडल स्कूल की तर्ज पर विकसित करने का बीड़ा उठाया है। ये कारोबारी हैं प्रेम भंडारी और प्रणीत माकोड़ा। प्रेम भंडारी न्यूयार्क में होटल बिजनेस से जुड़े हैं वहीं प्रणीत माकोड़ा बोस्टन में अपना कारोबार करते हैं। श्री माकोडा तो इंदौरी एनआरआई हैं। हाल ही में इंदौर प्रवास पर आए इन दोनों उद्योगपतियों ने अपने प्रस्तावित प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी।

प्रत्येक वार्ड से चुनेंगे एक स्कूल, मॉडल स्कूल की तर्ज पर करेंगे विकसित।

श्री भंडारी और माकोडा ने बताया कि महापौर, जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग के सहयोग से वे प्रत्येक वार्ड में एक सरकारी स्कूल का चयन कर उसे मॉडल स्कूल की तर्ज पर विकसित करेंगे। इन स्कूलों में वे तमाम सुविधाएं जुटाई जाएंगी जो बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक हैं। अतिरिक्त विशेष कक्षाएं लगा कर विभिन्न विषयों में बच्चों की बौद्धिक क्षमता को बढ़ाया जाएगा। उनकी रुचि के अनुरूप उनके हुनर को तराश कर उन्हें इस काबिल बनाया जाएगा कि वे प्रतिस्पर्धा के माहौल में खुद को ढाल सकें। इसके लिए विशेषज्ञ शिक्षकों की तैनाती भी की जाएगी। चयनित सरकारी स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं के विकास के साथ फर्नीचर, कंप्यूटर कक्ष, लैब और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएंगी। एनआरआई भंडारी और माकोडा ने बताया कि इसका सारा खर्च फ्रेंड्स ऑफ एमपी के माध्यम से वे उठाएंगे।

सफाई मित्रों के बच्चों के स्कूल को सबसे पहले संवारेंगे।

भंडारी और माकोड़े ने बताया कि सरकारी स्कूलों को मॉडल स्कूलों की तर्ज पर विकसित करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए उन्होंने सबसे पहले एयरपोर्ट के समीप गांधी नगर स्थित शासकीय माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 19 को मॉडल स्कूल बनाने की पहल की है। खास बात ये है कि यहां पढ़ने वाले लगभग 400 बच्चों में से अधिकांश सफाई मित्रों के बच्चे हैं। ये बच्चे बड़े होकर डॉक्टर, इंजीनियर, आईटी विशेषज्ञ, कारोबारी के साथ ही अच्छे इंसान बनना चाहते हैं। इन बच्चों का जज्बा देखकर हमने इस स्कूल को प्राथमिकता के आधार पर विकसित करने का बीड़ा उठाया है।यहां विशेषज्ञ टीचर्स की तैनाती कर बच्चों के लिए अतिरिक्त कक्षाएं लगाई जाएंगी। इसी के साथ बच्चों को कंप्यूटर और सूचना तकनीक के आयामों से भी अवगत कराया जाएगा। बच्चों को इस तरह से प्रशिक्षित किया जाएगा कि उनके व्यक्तित्व का समुचित विकास हो सके। पहले चरण में इसके लिए तीन लाख रुपए का बजट रखा गया है। इस विद्यालय के प्राचार्य सुरेश दुबे हैं।

श्री भंडारी और माकोडे ने बताया कि वे सरकारी स्कूलों को मॉडल स्कूल की तर्ज पर विकसित करने के महती प्रोजेक्ट को लेकर प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन, महापौर और शिक्षा विभाग के संपर्क में हैं। जल्दी ही इस प्रोजेक्ट पर अमल शुरू कर दिया जाएगा।

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