इंदौर में क्लीन एयर कैटालिस्ट कार्यक्रम का आगाज, वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए मिलेगी आर्थिक मदद

  
Last Updated:  August 15, 2021 " 06:05 pm"

इंदौर : भारत में केवल इंदौर में ही क्लीन एयर कैटालिस्ट कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए विभिन्न कार्य किए जाएंगे। इसके लिए पांच मिलियन डालर का फंड प्राप्त होगा। यह जानकारी इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन संबंधी बैठक में दी गई। बैठक में सांसद शंकर लालवानी, कलेक्टर मनीष सिंह, नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल, उप महानिरीक्षक पुलिस मनीष कपूरिया, स्मार्ट सिटी सी.ई.ओ. ऋषभ गुप्ता आदि उपस्थित थे।
बैठक में क्लीन एयर केटेलिस्ट के द्वारा इन्दौर शहर में किए जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी दी गई। बताया गया कि संस्था USAID व अन्य मुख्य पार्टनर अंतरराष्ट्रीय संस्थाएँ जैसे EDF एवं WRI के सहयोग से भारत में केवल इन्दौर शहर में क्लीन एयर कैटालिस्ट कार्यक्रम की शुरूआत की गई है।
इस कार्यक्रम के प्रथम चरण में सोर्स अवेयरनेस (स्त्रोत जागरूकता) पर फोकस किया जाएगा। इसके अंतर्गत वायु प्रदूषण को बढ़ावा देने वाले मुख्य स्त्रोतों का परीक्षण किया जाएगा। द्वितीय चरण में रूट कॉस एनालिसिस (मूल कारण विश्लेषण) होगा। तृतीय चरण में कॉलिशन बिल्डिंग जिसमें वायु प्रदूषण से जुड़े विभिन्न स्टेक होल्डर्स को इस कार्यक्रम का हिस्सा बनाया जाएगा। विभिन्न स्टेकहोल्डर्स में एसोसिएशन, इंडस्ट्रीज, सिविल सोसायटी कम्युनिटी बेस्ड ऑरगनाइजेशन आदि शामिल हैं। इसके बाद कार्यक्रम के अंतिम चरण में रणनीतिक समाधान खोज कर लागू किए जाएंगे। इस कार्यक्रम को लागू करने हेतु नगर निगम एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ एग्रीमेंट साइन किया जाएगा। इसके तहत विभिन्न स्टेकहोल्डर्स एवं शैक्षणिक संस्थाओं को सम्मिलित करते हुए इस योजना पर कार्य किया जाएगा। बैठक में यह भी बताया गया कि शहर के तीन मुख्य हॉटस्पाट को चुनकर एयर क्वालिटी स्टेशन लगाए जाएंगे, जिससे वायु गुणवत्ता की जानकारी प्राप्त की जा सकेंगी।
वायु प्रदूषण के मुख्य कारणों का सीधे तौर पर सेहत पर होने वाले परिणामों का भी अध्ययन किया जायेगा। इस कार्यक्रम हेतु स्टीयरिंग कमिटी एवं प्रोजेक्ट एडवाइजरी कमेटी गठित की जाएगी, जिससे की निगम व प्रदूषण बोर्ड के साथ समन्वय स्थापित कर प्रोजेक्ट से जुड़ी गतिविधियों में तेजी लाई जा सकेगी। नागपुरे द्वारा वार्ड लेवल पर किए गए सर्वे NSSO (नेशनल सैम्पल सर्वे ऑरगनाइजेशन) से लिए गए डेटा के आधार पर तैयार की गई एनालिसस रिपोर्ट के बारे में भी बताया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आर.के गुप्ता ने शहर के आसपास के इंडस्ट्रियल एरिया जैसे की पीथमपुर को भी इस स्टडी का हिस्सा बनाने का सुझाव दिया। सांसद लालवानी ने क्लीन एयर की टीम को इन्दौर शहर में हुए सालिड वेस्ट मैनेजमेंट एवं वाटर प्लस के उत्कृष्ट कार्यों का वायु गुणवत्ता पर हुए प्रभाव के संबंध में रिपार्ट तैयार करने के लिए कहा। क्लीन एयर की टीम नगर निगम एवं प्रदूषण बोर्ड के साथ समन्वय कर इस कार्यक्रम में आगे कार्य करेगी। बैठक में क्लीन एयर कैटेलिस्ट, WRI, EDF सहित अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि और योजना से जुड़े अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

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