इंदौर: पीएम मोदी वाराणसी के साथ इंदौर से भी चुनाव लड़ सकते हैं। इस आशय की अटकलों को एक बार फिर हवा मिली है। बताया जाता है कि देश के एक बड़े अंग्रेजी अखबार में इस बारे में छपी खबर के बाद अटकलें फिर तेज हो गई। दूसरे अंबेडकर जयंती पर संसद भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन और पीएम मोदी की मुलाकात ने भी इन अटकलों को पुनः जीवित कर दिया।
श्रीमती महाजन ने ही उछाला था मोदी का नाम।
आठ बार की सांसद सुमित्रा ताई के टिकट पर लटकी तलवार के बाद उन्होंने ही पार्टी की एक बैठक में इंदौर से पीएम मोदी का नाम आगे किया था। हालांकि बाद में उन्होंने इसे मजाक बताते हुए पल्ला झाड़ लिया था।
प्रत्याशी चयन में देरी दे रही अटकलों को जन्म।
बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व 75+ होने से सुमित्रा महाजन को टिकट नहीं दे रहा है पर अभी तक वह उनका विकल्प भी नहीं ढूंढ पाया है। कैलाश विजयवर्गीय का नाम इंदौर से टिकट की दौड़ में सबसे आगे है पर उन्हें यहां से उतारा गया तो बंगाल में पार्टी को नुक्सान होना तय है। इसीलिए पार्टी नेतृत्व निर्णय नहीं कर पा रहा है कि टिकट किसे दिया जाए। शायद यही वजह है कि इंदौर से पीएम मोदी के नाम की अटकलें बार- बार लगने लगती हैं।