इंदौर : SGSITS में सोमवार को “इलेक्ट्रेट एप्पलीकेशन इन सेंसर, माईक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स एन्ड एक्चुअटर” पर अटल योजना के तहत आयोजित पांच दिवसीय ई- कार्यशाला का उदघाटन आई आई टी इंदौर के डायरेक्टर प्रो नीलेश कुमार जैन ने किया। उन्होंने 72 ई कार्यशाला का उद्घाटन वर्चुअल रूप से किया।
इस मौके पर प्रो जैन ने अपने उदबोधन में ऑनलाइन टीचिंग में नई टेक्नोलॉजी अपनाने, रिसर्च में इथिक्स का पालन करने तथा पार्टिसिपेंट्स को 10 ओर लोगो को ट्रेन करने के सुझाव दिए ।
AICTE के चेयरमैन अनिल सहस्रबुद्धे ने ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर का उपयोग करने पर जोर दिया। संस्थान के निदेशक डॉ राकेश सक्सेना ने AICTE की अटल योजना की तारीफ करते हुए संस्थान को इस हेतु चुने जाने पर धन्यवाद प्रेषित किया। भौतिक विभाग के प्रमुख प्रो एन्ड्रूज द्वारा विभाग में रिसर्च हेतु उपलब्ध सुविधाओं से अवगत करवाया गया। ई कार्यशाला की को- कॉर्डिनेटर डॉ प्रज्ञा ओझा ने बताया कि “इलेक्ट्रेट” नॉन इन्वेंसीव मेजरमेंट विशेषकर मेडिकल के क्षेत्र में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। देश मे इस पर पर शोध की काफी संभावनाएं हैं। उन्होंने बताया कि कार्यशाला में कई विषय विशेषज्ञ जैसे शंघाई यूनिवर्सिटी चायना के प्रो एक्स झेंग, आई आई टी पटना के प्रो सौम्य रॉय, प्रो झवर, आई आई टी इंदौर से प्रो रूपेश दीवान, एन आई टी कुरुक्षेत्र के प्रो क्वामारा, एन आई एफ टी मुंबई की प्रो रश्मि ठाकुर इत्यादी शिरकत करने जा रहे हैं। कार्यशाला में 125 प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं।
उद्घाटन कार्यक्रम में देश के कई शिक्षाविद एव AICTE के पदाधिकारी वर्चुअल रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ उर्मिला रघुवंशी द्वारा किया गया।