इंदौर : सीहोर में कथावाचक पं.प्रदीप मिश्रा जी की कथा को लेकर जारी सियासी घमासान के बीच बुधवार को इंदौर प्रवास पर आए प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने साफ किया कि कथा यथावत चल रही है, उसे बंद करने की बात गलत है। गृहमंत्री ने कहा कि वे स्वयं कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा से मिले और उनसे विस्तृत चर्चा की। उन्होंने व्यवस्थाओं को लेकर संतुष्टि जताई है।
रुद्राक्ष बांटने के कार्यक्रम में हुआ फेरबदल।
गृहमंत्री मिश्रा ने कहा कि आयोजन में अधिक संख्या में भक्तों के पहुंचने के कारण केवल रुद्राक्ष वितरण के कार्यक्रम में फेरबदल किया गया है।
कमलनाथ अफवाह फैलाने का काम कर रहे हैं।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व सीएम कमलनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कमलनाथ को हकीकत की जानकारी नहीं है। वे ट्वीट के जरिए अफवाह फैलाकर चलती कथा में खलल डालने का काम कर रहे हैं।
रुद्राक्ष वितरण में मच सकती थी भगदड़।
उधर एसपी सीहोर, मयंक अवस्थी ने भी पंडित मिश्रा की कथा पर रोक लगाने सम्बन्धी खबरों का खंडन करते हुए बताया कि कथा अनवरत चल रही है। केवल रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम को निरस्त कराया गया। ऐसा इसलिए किया गया कि लाखों की भीड़ जुट गई थी और महाराज बाल्टी में भरे पानी में से मुट्ठी भरकर रुद्राक्ष भीड़ में उछालकर वितरण करने वाले थे। ऐसे में वहां जमा भीड़ अनियंत्रित होकर भगदड़ मच सकती थी। इसी अनहोनी को टालने के लिए रुद्राक्ष वितरण को रोका गया।
पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने पंडित प्रदीप मिश्रा के श्री शिव महापुराण कथा की अनुमति से लेकर कथा के शुभारंभ के दिन जो घटनाक्रम हुआ,उसके बारे में विस्तार से बताया। एसपी अवस्थी ने कहा कि शिव महापुराण कथा में शायद महाराज को आने वालों की संख्या का अनुमान नहीं था। उन्होंने इसकी प्रशासन से अनुमति लेते समय भी कुछ लोगों के आने की बात लिखी थी और अपने स्वयं सेवकों से व्यवस्था करने का आश्वासन दिया था।
भारी भीड़ जुटने के बाद महाराज को कथा तक सीमित करने का अनुरोध किया गया।
एसपी अवस्थी ने कहा कि 28 फरवरी को पता चला कि रुद्राक्ष वितरण पंडित प्रदीप मिश्रा बाल्टी में पानी में भरे रुद्राक्षों को मुट्ठी में भरकर भीड़ के बीच में फेंककर करेंगे। यह जानने के बाद महाराज से कार्यक्रम को कथा तक सीमित करने को कहा गया और इसके लिए उनसे श्रद्धालुजनों से सीधे अपील करने का आग्रह किया गया। भीड़ को देखकर उन्हें एक दरवाजा तोड़कर मंच तक लाया जा सका। इसके बाद उन्होंने रुद्राक्ष वितरण कार्यक्रम को निरस्त करने का ऐलान किया।
अब शिव महापुराण कथा का आयोजन लगातार चल रहा है और सुरक्षा के पूरे इंतजाम कर दिए गए हैं।