इंदौर : सुनामी के रूप में आई कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान इंदौर वासियों की उखड़ती साँसों को थामकर उन्हें नई जिंदगी देनेवालों में बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के उद्योगपति मित्र संजय अग्रवाल और करण मित्तल का बड़ा योगदान रहा।
फरिश्ते बनकर थामी उखड़ती सांसों की डोर।
जब इंदौर में ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा हुआ था। अस्पतालों के बाहर कोरोना संक्रमित मरीज ऑक्सीजन न मिलने से तड़पते हुए दम तोड़ रहे थे, तब कैलाश विजयवर्गीय ने संकट के उन विकट पलों में अपने इन मित्रों को आवाज दी। संजय अग्रवाल और करण मित्तल ने पल भर की भी देरी न करते हुए अपने स्टील प्लांट बन्द कर प्रतिदिन करीब 4 हजार ऑक्सीजन सिलेंडर मरीजों के लिए निःशुल्क उपलब्ध करा दिए। फरिश्ते बनकर आए इन दोनों उद्योगपतियों ने मानवता के प्रति अपना धर्म निभाते हुए हजारों लोगों की साँसों को लौटाकर उन्हें नई जिंदगी दी।
विजयवर्गीय ने किया सम्मान।
संकटकाल में मानवता के प्रति अपना धर्म निभाने वाले देवदूतों संजय अग्रवाल और करण मित्तल को कैलाश विजयवर्गीय ने पितृ पर्वत पर आमंत्रित किया। उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए पूरे इंदौर की ओर से विजयवर्गीय ने शॉल, श्रीफल भेंटकर उन्हें सम्मानित किया।
अपने सम्मान से अभिभूत संजय अग्रवाल और करण मित्तल ने वादा किया कि इंदौर के लोगों को जब भी मदद की जरूरत होगी, वे तत्पर रहेंगे।