नई दिल्ली : उत्तराखंड में हिमालयी ग्लेशियर के टूटने से भारी तबाही का खतरा उत्पन्न हो गया है। कई जिलों बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। धौलीगंगा में तपोवन का बैराज कुंड सैलाब में टूटकर बह गया है। अलकनंदा नदी के आसपास रहने वालों को घर ख़ाली करने के लिए कहा गया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि प्रभावित इलाक़ों में मदद के लिए एनडीआरएफ़ की टीम भेज दी गई है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार उत्तराखंड में चमोली ज़िले के जोशीमठ में एक ग्लेशियर टूटने से धौलीगंगा नदी में बाढ़ आ गई है।सूत्रों के मुताबिक सैलाब में ऋषिगंगा पॉवर प्रोजेक्ट को खासा नुकसान पहुंचा है। पीटीआई के अनुसार इससे पावर प्रोजेक्ट में काम कर रहे 150 मज़दूर लापता हैं।
ग्लेशियर के टूटने से आई बाढ़ में आसपास के गाँव डूबने की आशंका बढ़ गई है।नदी किनारे बसे गांवों के लोगों को वहां से निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। राहत और बचाव कार्य के लिए NDRF और ITBP के दल रवाना कर दिए गए हैं। सेना भी प्रभावितों की मदद के लिए भेजी जा रहीं है। नदी के कई तटबंध टूटने के बाद बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत घटना स्थल के लिए रवाना हो गए हैं। उन्होंने ट्वीट कर अफ़वाहों पर ध्यान नहीं देने और पुराने वीडियो शेयर नहीं करने का आग्रह किया है।
उन्होंने लिखा कि नदी में अचानक पानी आने से तटीय क्षेत्रों में लोगों को अलर्ट किया गया है। नदी किनारे बसे लोगों को क्षेत्र से हटाया जा रहा है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने आईटीबीपी के हवाले से बताया कि उत्तराखंड के चमोली ज़िले के रेनी गाँव में बाढ़ आ गई है। बाढ़ से नदियों के कई तट और घरों को नुकसान पहुंचा है। जोशीमठ के पास रेनी गाँव में राहत का काम चल रहा है।
चमोली पुलिस के हवाले से एएनआई ने लिखा कि “तपोवन क्षेत्र में एक ग्लेशियर के टूटने से ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट क्षतिग्रस्त हो गया है।अलकनंदा नदी के किनारे रहने वाले लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।”
बताया जाता है कि बाढ़ का पानी चमोली, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग, श्रीनगर तक तबाही मचा सकता है। लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की गई है।
इस आपदा को केदारनाथ आपदा से भी बड़ी बताया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अचानक आई आपदा पर दुःख जताते हुए कहा कि सरकार हालात पर नजर बनाए हुए है। उत्तराखंड सरकार के साथ बात कर हरसम्भव मदद का भरोसा दिलाया गया है।