इंदौर : एम वाय अस्पताल में एक महिला की नि:शुल्क बेरियाट्रिक सर्जरी की गई। डॉ. अरविंद घनघोरिया और उनकी टीम ने इस जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। बड़े निजी अस्पतालों में इस सर्जरी का खर्च 5 से 6 लाख रुपए आता है। मंत्री उषा ठाकुर ने सर्जरी में लगाने वाले स्टेपलर का इंतजाम मरीज के लिए करवा दिया,जिसके चलते महिला की सर्जरी बिना खर्च के संपन्न हो गई।
एम वाय अस्पताल के सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. घनघोरिया ने बताया कि महू स्थित कमदपुर जानापाव निवासी 26 वर्षीय महिला चेतना पति कपिल देथलिया उनके पास मोटापे के इलाज के लिए आई थी। महिला का वजन 116 किलोग्राम था। डॉ.घनघोरिया ने महिला को बेरियाट्रिक सर्जरी की सलाह दी।
स्टेपलर की व्यवस्था मंत्री उषा ठाकुर ने करवाई।
डॉ. घनघोरिया के अनुसार बेरियाट्रिक सर्जरी का एम वाय अस्पताल में खर्च बहुत कम आता है पर उसमें लगने वाला स्टेपलर बाहर से मंगवाना होता है, जिसका खर्च करीब एक लाख रुपए आता है। महिला की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी की वह एक लाख रुपए का इंतजाम कर सकें। इसपर महिला मरीज चेतना ने महू की विधायक और मंत्री उषा ठाकुर से गुहार लगाई। मंत्री ठाकुर ने तत्काल मामले को संज्ञान में लेते हुए एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. संजय दीक्षित को मरीज चेतना की सर्जरी में लगने वाला स्टेपलर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
छठे दिन दे दी अस्पताल से छुट्टी।
स्टेपलर का इंतजाम होते ही डॉ. अरविंद घनघोरिया ने महिला मरीज चेतना देथलिया को भर्ती कर बीते बुधवार को उसकी सफलता पूर्वक सर्जरी की। सर्जरी में उनका साथ दिया डॉ.अभय ब्राह्मणे और डॉ. उपेंद्र पांडे ने। एनेस्थिसिया टीम में डॉ. वसंत निगवाल और डॉ. दीपाली बलेचा शामिल रहे।