इंदौर : एक कहावत है ‘सूत न कपास, जुलाहों में लट्ठम- लट्ठा’, कुछ ऐसी ही हालत इन दिनों कांग्रेस की हो गई है।कुनबे की कलह में कमलनाथ सरकार धराशायी हो गई। उपचुनाव में सूपड़ा साफ हो गया, बावजूद इसके कांग्रेसी सबक सीखने को तैयार नहीं हैं। अब नगरीय निकाय चुनाव को लेकर सिर फुटौव्वल शुरू हो गई है। वार्डों में अपनी दावेदारी जता रहे कांग्रेसी नेता अति उत्साह में अपनी ही पार्टी की मिट्टी पलीद कर रहे हैं। वार्ड क्रमांक 25 में अपनी पत्नी के लिए टिकट की दावेदारी जता रहे एक नेता शहर कांग्रेस अध्यक्ष की किसी बात को लेकर इतने नाराज हो गए कि उनके खिलाफ प्रदर्शन कर टिकट बेचने का आरोप लगा दिया। यही नहीं थाने तक में आवेदन दे आए। पर शाम होते- होते दोनों पक्षों में सुलह समझौता हो गया और मीडिया को बुलाकर ये दर्शाने की कोशिश की गई की गलतफहमी थी, जो दूर हो गई है। सभी कांग्रेसजन एकजुट हैं और मिलकर बीजेपी का मुकाबला करेंगे।
ये था पूरा मामला…!
शहर कांग्रेस के प्रवक्ता भंवर शर्मा के अनुसार हाल ही में वार्ड क्रमांक 25 में रखी गई बैठक के दौरान नगरीय निकाय चुनाव को लेकर चर्चा की गईं।बताया जाता है कि यह वार्ड सामान्य महिला के लिए आरक्षित है। उस दौरान शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने एक स्थानीय कांग्रेसी परिवार की तारीफ कर दी, अध्यक्ष बाकलीवाल के मुंह से प्रतिस्पर्धी दावेदार की तारीफ वार्ड के कांग्रेसी नेता और मंडलम अध्यक्ष यतिन वर्मा को नागवार गुज़री। कहा जाता है कि वे अपनी पत्नी को इस वार्ड से चुनाव लड़ाना चाहते हैं। नाराज यतिन वर्मा ने सोशल मीडिया पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल और प्रवक्ता भंवर शर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। वे अपने साथियों के साथ रीगल तिराहा स्थित गांधी प्रतिमा पहुंच गए और नोटों की माला पहनकर प्रदर्शन करते हुए बाकलीवाल और शर्मा पर टिकट बेचने का आरोप लगा दिया। उनका कहना था कि बाकलीवाल और शर्मा मनमानी कर रहे हैं। यही नहीं उन्होंने टिकट की कथित खरीद- फरोख्त का आरोप लगाते हुए थाने में आवेदन भी दे दिया।
सोशल मीडिया पर ये समूचा घटनाक्रम वायरल होते ही हड़कम्प मच गया। पार्टी और अपनी बदनामी होते देख शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल और प्रवक्ता भंवर शर्मा ने आनन-फानन में यतिन वर्मा से सम्पर्क किया और डैमेज कंट्रोल की कवायद शुरू की। उन्होंने यतिन वर्मा को यकीन दिलाया कि निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए प्रदेश चुनाव समन्वय समिति ही वार्ड प्रत्याशियों के नाम तय करेगी। चर्चा के बाद यतिन वर्मा भी मान गए।
गलतफहमी थी, जो दूर हो गई।
चर्चा के बाद शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने प्रेस वार्ता बुलाकर मीडियाकर्मियों से कहा कि यतिन वर्मा को कुछ गलतफहमी हो गई थी ,जो दूर हो गई है। कांग्रेस में निकाय चुनाव को लेकर निर्धारित प्रक्रिया है। उसी के अनुरूप दावेदारों से आवेदन मंगवाए जाएंगे। सभी 85 वार्डों में पर्यवेक्षक भी नियुक्त किए जाएंगे। इसी के साथ निजी एजेंसी से सर्वे भी करवाया जाएगा। दावेदारों के आवेदनों के साथ प्रदेश चुनाव समन्वय समिति पर्यवेक्षक और सर्वे रिपोर्ट का अध्ययन कर योग्य उम्मीदवारों का चयन करेगी। बाकलीवाल ने स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी को भी हरी झंडी नहीं दी है।
कांग्रेसी हूं और हमेशा रहूंगा।
पत्रकार वार्ता में मौजूद यतिन वर्मा ने विनय बाकलीवाल की बात का समर्थन करते हुए कहा कि संवादहीनता की वजह से गलतफहमी हो गई थी, अब सब कुछ ठीक है। वे कांग्रेस के सिपाही हैं और मरते दम तक कांग्रेसी ही रहेंगे। आरोपों से यू टर्न लेने के साथ थाने में दिया आवेदन वापस लेने की बात भी उन्होंने कही। बीजेपी में जाने की बात से उन्होंने इनकार किया।
बहरहाल, पहले ही वेंटिलेटर पर सांसें ले रही कांग्रेस इसीतरह अंदरूनी कलह से जूझती रही तो नगरीय निकाय चुनाव में भी उसे दुर्गति झेलनी पड़ सकती है।